नई दिल्ली। आज स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू) ने यूनिसेफ के सहयोग से 5 दक्षिण भारतीय राज्यों केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी), ब्यूरो ऑफ आउटरीच एंड कम्युनिकेशन (बीओसी), दूरदर्शन (डीडी), दूरदर्शन समाचार, ऑल इंडिया रेडियो (एआईआर), एआईआर समाचार और राज्यों के टीकाकरण अधिकारियों व राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के आईईसी (सूचना, शिक्षा और संचार) अधिकारियों के साथ कोविड उपयुक्त व्यवहार (सीएबी) और टीकाकरण प्रोत्साहित करने के लिए संदेशों को सुदृढ़ बनाने पर एक ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने सत्र की अध्यक्षता की, जिसमें कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और केरल राज्यों के पीआईबी, बीओसी, डीडी और एआईआर के 150 से अधिक अधिकारियों ने भाग लिया। श्री अग्रवाल ने अधिकारियों को कोविड उपयुक्त व्यवहार के लिए सामुदायिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देने और टीके से जुड़े संकोच से मुकाबले के लिए कोविड टीके संबंधी मिथकों, गलत सूचनाओं और दुष्प्रचारों को तोड़ने के लिए कार्यक्रमों और संचार सामग्री में नवाचार करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने अधिकारियों से कोविड उपयुक्त व्यवहार के लिए एक जन आंदोलन तैयार करने और सामुदायिक रोल-मॉडल्स के प्रदर्शन और कोविड योद्धाओं, अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्यकर्मियों और अनुकरणीय सामुदायिक भागीदारी से जुड़ी प्रेरक कहानियों के प्रसारण के माध्यम से विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान में मदद करने का आग्रह किया। टीके संबंधी संकोच को दूर करने में पीआईबी, डीडी और एआईआर की रचनात्मक भूमिकाओं को स्वीकार करते हुए, उन्होंने कहा कि पीआईबी की फैक्ट चेक रिपोर्ट, वीडियो और सोशल मीडिया पोस्ट फर्जी खबरों को सामने लाने में मदद करता है और उचित व समय पर जानकारी की उपलब्धता को बढ़ाता है। डीडी और एआईआर भी टीकाकरण बढ़ाने के लिए स्थानीय सांस्कृतिक संदर्भों का उपयोग कर रहे हैं। चूंकि, सोशल मीडिया पर बहुत सी फर्जी खबरें और गलत सूचनाएं प्रसारित होती हैं, अग्रवाल ने अधिकारियों से लोगों को व्हाट्सएप के चैटबोट के बारे में जागरूक करने का आग्रह किया, जो उपयोगकर्ताओं को इंटरनेशनल फैक्ट-चेकिंग नेटवर्क (आईएफसीएन) के साथ-साथ 80 से ज्यादा फैक्ट जांचने वाले वाले एप्लीकेशंस; और भ्रामक सूचनाओं को चिन्हित करने वाली ट्विटर और फेसबुक की चेतावनी प्रणालियों से जोड़ता है।

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