लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के साथ-साथ तेज टीकाकरण की नीति के सुखद परिणाम दिखने लगे हैं। यही वजह है कि अब राज्य में कुल एक्टिव केस की संख्या 500 से भी कम हो गई है। अलीगढ़, अमेठी, चित्रकूट, एटा, फिरोजाबाद, गोंडा, हाथरस, कासगंज, पीलीभीत, सहारनपुर, शामली और सोनभद्र कोविड संक्रमण से मुक्त हो गए हैं। राज्य में चैबीस घंटों के दौरान कुल 43 नए संक्रमित पाए गए, जबकि 71 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को टीम 9 के साथ प्रदेश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की। विगत 24 घंटे में हुई दो लाख 48 हजार 631 सैम्पल की टेस्टिंग में 54 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 21 जिलों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 490 रह गई है। 334 लोग होम आइसोलेशन में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। अब तक छह करोड़ 83 लाख 86 हजार 372 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है और 16 लाख 85 हजार 581 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में प्रतिदिन औसतन ढाई लाख से अधिक कोरोना टेस्ट हो रहे हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 बनी हुई है और रिकवरी दर 98.6 फीसद है। यह अतिरिक्त सतर्कता और सावधानी बरतने का समय है। थोड़ी सी लापरवाही बड़ी समस्या का कारक बन सकती है। महराजगंज एक मात्र जिला है, जहां गुरुवार को दोहरे अंक में संक्रमितों की पुष्टि हुई है। यहां 10 नए संक्रमित पाए गए हैं। सभी संक्रमित एक ही क्षेत्र के निवासी हैं। यह क्षेत्र गोरखपुर-महराजगंज की सीमा से लगा हुआ है। प्रारंभिक जांच में गोरखपुर आवागमन के अतिरिक्त इनकी कोई विशेष ट्रैवेल हिस्ट्री भी नहीं पाई गई है। मुख्यमंत्री योगी ने इस क्षेत्र में विशेष टीम भेजकर गहन कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इनके सैम्पल कलेक्ट कर लखनऊ में जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए। गोरखपुर और महराजगंज विशेष सतर्कता बरती जाए। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट मोड में रहे।
प्रदेश में अब तक पांच करोड़ 55 लाख से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। चार करोड़ 68 लाख 24 हजार से अधिक लोगों ने वैक्सीन की एक डोज प्राप्त कर ली है, जबकि 87 लाख से अधिक लोग कोविड टीके की दोनों डोज प्राप्त कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस स्थिति को और बेहतर करने की आवश्यकता है। कोविड टीके की दूसरी खुराक समय पर मिलना सुनिश्चित कराया जाए। जिन लोगों को दूसरी डोज लगाई जानी है, उनसे संवाद-संपर्क किया जाए।














