नई दिल्ली। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद सभी देश अपने-अपने लोगों को वहां से सुरक्षित निकालने में लगे हुए हैं। अफगानिस्तान में बड़ी संख्या में भारतीय लोग फंसे हुए हैं। केंद्र सरकार ने बताया है कि काबुल से 46 भारतीयों को लेकर एक विमान नई दिल्ली पहुंचा है। एक अन्य सी-17 ग्लोबमास्टर विमान मंगलवार को 130 यात्रियों को लेकर भारत के लिए रवाना हुआ है। बताया जाता है कि काबुल में अब भी लगभग 250 भारतीय फंसे हुए हैं। केंद्र सरकार ने आश्वस्त किया है कि उन्हें भी जल्द वहां से निकाला जाएगा। इस बीच केंद्र सरकार ने एक आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 9717785379 जारी किया है।
सरकार ने घोषणा की है कि काबुल स्थित भारत के दूतावास के सभी कर्मचारी और राजदूत सुरक्षित स्वदेश वापसी करेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए, निर्णय लिया गया है कि काबुल में हमारे राजदूत और उनके भारतीय कर्मचारी तुरंत भारत लाए जाएं।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल समेत वहां के अन्य इलाकों में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए वायुसेना के दो सी-17 ग्लोबमास्टर विमानों को भेजा गया है। इनमें से एक रविवार को काबुल से 46 यात्रियों को लेकर भारत पहुंच गया गया है, जबकि दूसरे विमान ने मंगलवार को 130 लोगों के साथ काबुल से नई दिल्ली के लिए उड़ान भरी है। वहां अभी 250 से अधिक लोग अब भी फंसे हुए हैं, जिनकी सुरक्षित स्वदेश वापसी कराई जाएगी।
केंद्र सरकार ने अपने एक बयान में बताया है कि वह अफगानिस्तान से लौटने वाले भारतीय नागरिकों के लगातार संपर्क में है। इसके अलावा अफगानिस्तान में रह रहे सिख और हिंदू समुदाय के प्रतिनिधियों से भी सरकार की तरफ से संपर्क किया जा रहा है। विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि जो लोग अफगानिस्तान छोड़ना चाहते हैं, हम उन्हें भारत आने में मदद करेंगे। सरकार ने कहा है कि वह अफगानिस्तान के हालात पर करीब से नजर रखे हुए हैं।