आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में संदिग्ध नकली शराब पीने से छह और लोगों के दम तोड़ने से मृतकों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। घटना के बाद 3 तीन थाना प्रभारी और एक चौकी इंचार्ज समेत 9 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए हैं। पुलिस ने कहा कि अभी यह पुष्टि करने की जरूरत है कि क्या इन लोगों की मौत वास्तव में नकली शराब की वजह से हुई है। जबकि, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी), आगरा, राजीव कृष्ण ने इस संभावना से इनकार नहीं किया है।
परिवार के सदस्यों ने बताया कि देवरिया गांव में नकली शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने मृतकों की पहचान सुनील सिंह (32), ताराचंद (40), राम सहाय (35), चंद्रवीर उर्फ चंदू (23) के रूप में की है। शम्साबाद क्षेत्र के गढ़ी जहां गांव में दो लोगों की मौत की सूचना है। राज कपूर नामक शख्स ने बताया पहले मेरे बड़े भाई रूप सिंह की सोमवार को नकली शराब पीने से मौत हो गई थी और उसके बाद मेरे दूसरे भाई राजू की बुधवार सुबह आगरा के एक निजी अस्पताल में मौत हो गई।
मंगलवार को परिजनों ने बताया था कि कौलारा कलां और बारकुला गांव में नकली शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई। एडीजी राजीव कृष्णा ने गांवों का दौरा करने के बाद पत्रकारों से कहा कि पुलिस मौतों के वास्तविक कारणों की जांच कर रही है और मृतकों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है। हालांकि, उन्होंने इससे इनकार नहीं किया कि नकली शराब के सेवन से मौत हो सकती है।
सुनील सिंह की मां रामबेटी ने कहा कि उनके बेटे ने नकली शराब गांव से खरीदी थी। उन्होंने अपने बेटे की मृत्यु के बाद कहा इसका सेवन करने के बाद, वह बीमार पड़ गया। सोमवार को उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसे उल्टियां होने लगीं। उसने आंखों की रोशनी जाने की भी शिकायत की थी। लोगों ने कहा कि गांवों में नकली शराब आसानी से उपलब्ध है। उन्होंने प्रशासन से इसे बेचने वालों पर नकेल कसने का आग्रह किया।