मुंबई। मुंबई के पूर्वी उपनगर मानखुर्द में एक बाल गृह के कुल 18 बच्चे तीन दिनों में कोविड-19 से संक्रमित पाए गए। कुल मिला कर यहां अब तक एक सप्ताह में 76 बच्चे संक्रमित हो चुके हैं नगर निगम के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इनमें से पंद्रह बच्चे शुक्रवार को संक्रमित पाए गए, जिसके बाद उन्हें चेंबूर के एक आइसोलेशन वार्ड में भेज दिया गया। उन्होंने बताया, बुधवार को एक बच्चे के संक्रमित होने का पता चला और उसे शताब्दी अस्पताल ले जाया गया। अगले दिन, दो और बच्चे कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए, जबकि शुक्रवार को की गई एंटीजन और आरटी-पीसीआर जांच में 15 बच्चों में संक्रमण पाया गया, जिससे संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 18 हो गई। उन्हें एक कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि हर महीने इस तरह की जांच की जा रही हैं। बृहस्पतिवार को, मुंबई नगर निकाय ने कहा था कि एक निजी अनाथालय और बोर्डिंग स्कूल के 22 बच्चों को संक्रमित पाया गया, जिनमें से कुछ 12 साल से कम उम्र के हैं। एक अधिकारी ने कहा कि इसके अलावा, ठाणे जिले के उल्हासनगर में आमतौर पर रिमांड होम कहे जाने वाले
सरकार द्वारा संचालित किशोर सुधार गृह में 14 बच्चों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था।
महाराष्ट्र में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 4,666 नए मामले सामने आने के साथ ही राज्य में संक्रमण की चपेट में आए लोगों की संख्या बढ़कर 64,56,939 तक पहुंच गई। इसी दौरान कोविड-19 के 131 मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,37,157 हो गई। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। विभाग ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में 3,510 मरीजों को संक्रमणमुक्त होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई, जिसके साथ ही अब तक 62,63,416 लोग ठीक हो चुके हैं। राज्य में कोविड-19 के मरीजों के ठीक होने की दर 97 फीसद है और संक्रमण दर 2.12 फीसद है। फिलहाल 52,844 मरीज उपचाराधीन हैं। विभाग के अनुसार जालना, अकोला, यवतमाल, नागपुर, वर्धा, भंडारा, गोंडिया जिलों तथा परभनी शहर से रविवार को कोविड-19 का एक भी मामला सामने नहीं आया तथा विदर्भ क्षेत्र के नागपुर एवं अकोला संभागों में किसी मरीज की जान नहीं गयी। वैसे मुंबई में कोरोना वायरस के 845 नये मामले सामने आये और दिन के दौरान 11 मरीजों की जान चली गयी। शहर में अबतक इस बीमारी के 16,62,394 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 34,976 मरीजों ने जान गंवायी है।