नई दिल्ली। तालिबान इस समय अरबों डॉलर के अमेरिकी हथियारों के जखीरे पर बैठा है। उसके लड़ाके दुनिया के सबसे खतरनाक हथियारों में शुमार अमेरिकी युद्धक हेलीकॉप्टरों के साथ फोटो खिंचवाते और हमवीज जैसे वाहनों पर सवारी करते नजर आ रहे हैं। उनके कंधों पर अब अमेरिकी असाल्ट राइफल हैं। यह वो साजोसामान है जो अमेरिका ने अफगानिस्तान की सेना को मुहैया कराया था। सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें कथित तौर पर कोई तालिबानी पायलट कांधार हवाई अड्डे पर अमेरिका के ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर को उड़ाने की कोशिश करता दिख रहा है। फोर्ब्स ने अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के डिपार्टमेंट लॉजिस्टिक्स एजेंसी (डीएलए) के आंकड़ों के आधार पर दावा किया है कि अमेरिका अफगान में 8.84 लाख हथियार और सैन्य उपकरण छोड़ आया है। ब्लैक हॉक चार ब्लेड वाला एक बहुउद्देश्यीय हेलीकॉप्टर है। यह दुश्मन पर हवाई हमला करने और बचाव कार्य करने में कारगर है। यह अपने साथ तोप भी ले जा सकता है। इसी तरह सी-130 हरक्यूलस विमान बहुउद्देश्यीय ट्रांसपोर्ट विमान है। हमवीस युद्धक वाहन बम हमले या जैविक हमलों से सैनिकों की रक्षा करता है। मोबाइल स्ट्राइक फोर्स व्हीकल भी सैनिकों के लिए कवच का काम करता है, इस पर बारूदी सुरंग फटने का असर नहीं पड़ता। यह वाहन मशीन गन और ग्रेनेड लॉन्चर से लैस होता है। अमेरिका ने कुल 33 ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर अफगान सेना को दिए थे, इनमें से कितने अब तालिबान के कब्जे में हैं इसकी पुष्टि कोई नहीं कर रहा, मगर तालिबान के पास ये हेलीकॉप्टर है इसकी पुष्टि तस्वीरें कर रही हैं। दुनियाभर में किसी भी चरमपंथी संगठन के पास खुद की वायुसेना नहीं है। कुछ आतंकी संगठनों की पहुंच ड्रोन तक जरूर हो गई है, लेकिन तालिबान अकेला संगठन है जिसके पास वायुसेना जैसी ताकत है। तालिबान ने भले ही बड़ी संख्या में लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टर पर कब्जा कर लिया हो, लेकिन इनका इस्तेमाल करना आसान नहीं है। इनका रखरखाव करना भी तालिबान के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।













