काबुल। तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्‍तान की राजधानी काबुल में अफरातफरी के बीच हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट को आतंकियों ने एक बार फिर निशाना बनाया और यहां कई रॉकेट हमले किए हैं। अफगानिस्‍तान की मीडिया के मुताबिक ये रॉकेट खुर्शीद प्राइवेट यूनिवर्सिटी के पास दागे गए। शुरुआती जांच से पता चला है कि इन रॉकेट को काबुल एयरपोर्ट के एयर डिफेंस सिस्‍टम को बर्बाद करने के लिए दागा गया था। अभी किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सूत्रों के मुताबिक काबुल एयरपोर्ट पर लगे एयर डिफेंस सिस्‍टम ने रॉकेट हमले को विफल कर दिया और उसे हवा में ही मार गिराया। अमेरिका ने इस हवाई अड्डे की सुरक्षा के लिए अत्‍याधुनिक डिफेंस सिस्‍टम लगा रखा है। ताजा रॉकेट हमला लाब जार खैरखाना चौराहे के पास किया गया है। आतंकियों ने यह हमला ऐसे समय पर किया है जब एक दिन पहले ही अमेरिका ने एक ड्रोन हमला करके आईएसआईएस के आतंकियों की कार को निशाना बनाया था।
ये आतंक‍ी आत्‍मघाती बम हमलावर थे जो काबुल एयरपोर्ट को निशाना बनाना चाहते थे। इस हमले में कई आतंकियों के अलावा 9 आम नागरिक भी मारे गए थे। मारे गए लोगों में एक ही परिवार के 6 बच्‍चे भी शामिल थे। इससे पहले काबुल में अमेरिकी ड्रोन हमले में उस वाहन को निशाना बनाया गया, जिसमें इस्लामिक स्टेट के एक सहयोगी संगठन के कई आत्मघाती हमलावर सवार थे। अधिकारियों ने बताया कि ये आत्मघाती हमलावर काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अमेरिकी सेना के सैन्य निकासी अभियान को निशाना बनाना चाहते थे। अमेरिका के सबसे लंबे युद्ध से सभी सैनिकों को वापस निकालने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा निर्धारित मंगलवार की समयसीमा से पहले, अमेरिकी सैन्य मालवाहक विमानों ने रविवार को हवाई अड्डे से उड़ान जारी रखी है। हालांकि, देश में रह गए अफगानिस्तानी नागरिकों को तालिबान के अपने पहले के दमनकारी शासन में वापस आने की चिंता है। इस आशंका को हाल ही में विद्रोहियों द्वारा देश में एक लोक गायक की गोली मारकर हत्या किये जाने के बाद बल मिला है।

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