नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के बीच नए मामलों का बढ़ना जारी है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार देश में बीते 24 घंटे में 47,092 नए मामले पाए तो वहीं 509 की मौत हो गई। इसी समयावधि में 35,181 लोग डिस्चार्ज किए गए। मंत्रालय के अनुसार देश में फिलहाल 3,89,583 एक्टिव केस, 3,20,28,825 लोग डिस्चार्ज और 4,39,529 की मौत हो गई है। मंत्रालय ने बताया कि देश में फिलहाल कोरोना के 3,28,57,937 कुल पुष्ट मामले हैं। इसमें से 1.15 फीसदी एक्टिव, 97.51 फीसदी डिस्चार्ज और 1.34 फीसदी की मौत हो चुकी है। मंत्रालय ने कहा कि देश में अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 66 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है।
बुधवार को कोविड-19 रोधी टीके की 81,09,244 खुराकें दी गईं। जिसके बाद अब तक 66,30,37,3 लोगों का टीकाकरण हो चुका है। मंत्रालय ने कहा कि टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण की शुरुआत के बाद से विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में 18-44 साल के उम्रवर्ग में कुल 25,89,65,198 लोगों को पहली खुराक लगी है, जबकि 2,97,99,597 लोगों को दोनों खुराक दे दी गई है।
केरल में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि संक्रमण के अंतर-राज्यीय प्रसार को रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाये जाने चाहिए। उन्होंने कर्नाटक और तमिलनाडु से सीमावर्ती जिलों में टीकाकरण की गति बढ़ाने का आग्रह किया। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि कर्नाटक और तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ टेलीफोन पर बातचीत में, मंडाविया ने इन राज्यों में कोविड​​-19 स्थिति की समीक्षा की। केरल में बढ़ते मामलों के कारण, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कर्नाटक और तमिलनाडु के उन क्षेत्रों में कोविड-19 प्रबंधन से संबंधित मामलों पर चर्चा की, जो केरल की सीमा से लगे हैं। बयान में कहा गया है कि कोविड​​-19 संक्रमण के अंतर-राज्यीय प्रसार को रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाने की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए मंडाविया ने कर्नाटक और तमिलनाडु के संबंधित स्वास्थ्य मंत्रियों से केरल की सीमा से लगे जिलों में टीकाकरण की गति बढ़ाने का अनुरोध किया। इसमें कहा गया है कि भारत सरकार कोरोना वायरस महामारी से निपटने में सबसे आगे रही है। टीकाकरण महामारी से लड़ने के लिए पांच सूत्री (जांच, पता लगाना, उपचार और कोविड उपयुक्त व्यवहार सहित) रणनीति का एक महत्वपूर्ण घटक है। इस बीच मंडाविया ने देश में कोविड-19 से संबंधित आवश्यक दवाओं की आपूर्ति और उपलब्धता की समीक्षा की। समीक्षा में पाया गया कि सभी आवश्यक दवाओं का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है। इन दवाओं के लिए कच्चा माल भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। बयान में कहा गया है कि आठ दवाओं के लिए रणनीतिक बफर स्टॉक बनाया गया है और ये सभी देश में उपलब्ध हैं। ये दवाएं टोसीलिजुमैब , मिथाइल प्रेडनिसोलोन, एनाक्सोपिरिन, डेक्सामेथासोन, रेमडेसिविर, एम्फोटेरिसिन बी डीओक्सीकोलेट, पॉसकोनाजोल और इंट्रावेनस इम्युनोग्लोबिलिन (आईवीआईजी) हैं।

Previous articleतीसरी लहर की चेतावनी के बाद विचार रही उद्धव ठाकरे सरकार
Next articleएलपीजीकी बढ़ी कीमतें वापस लो बीजेपी की सहयोगी जेडीयू ने की मांग

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here