वाशिंगटन। रूस और यूक्रेन के बीच लगातार 46वें दिन जंग जारी है। दिन गुजरने के साथ ही रूसी सेना आक्रामक होती जा रही है। दूसरी तरफ रूसी आक्रमण का जमकर मुकाबला कर रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की भी कदम पीछे हटाने को तैयार नहीं है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जैक सुलीवन ने कहा कि मौजूदा संघर्ष में यूक्रेन की जीत में सहायता के लिए अमेरिका ने कई आक्रामक कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका की भूमिका आने वाले दिनों में भी वैसी ही रहने वाली है जैसी कि अब तक रही है।
जैक सुलिवन ने कहा अमेरिका यूक्रेनी लोगों को युद्ध के मैदान में सफल होने में मदद करने और बातचीत की मेज पर उन्हें मजबूत स्थिति में लाने के मद्देनजर आक्रामक कदम उठा रहा है। सुलिवन ने कहा रूस द्वारा अपने पड़ोसी देश पर हमले के बाद मॉस्को के खिलाफ यूक्रेन का समर्थन करने में अमेरिका महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सुलिवन ने कहा कि हम यूक्रेनी लोगों को युद्ध के मैदान में सफल होने में मदद करने और बातचीत की मेज पर उन्हें मजबूत स्थिति में लाने के लिए आक्रामक कदम उठा रहे हैं। उन्होंने कहा हम ऐसा करना जारी रखेंगे।
अमेरिका की तरफ से चीन और भारत को भी रूस के साथ व्यापारिक संबंध नहीं बनाने को लेकर दवाब डालने की कोशिश की गई। इस बीच, यूक्रेन की सेना ने दावा किया है कि रूस अब यूक्रेन में अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है। दूसरी ओर, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलिंस्की ने कहा है कि रूस अपनी आक्रामकता से पूरे यूरोप को निशाना बना रहा है और उसे सभी लोकतंत्रों की सुरक्षा पर अपने रूसी आक्रमण को रोकने की आवश्यकता है। राष्ट्र को संबोधित करते हुए ज़ेलेंस्की ने कहा रूस का हमला केवल यूक्रेन के उद्देश्य से नहीं था। कई यूरोपीय नेताओं ने युद्धग्रस्त देश यूक्रेन के साथ एकजुट होने की मांग की है। जेलेंस्की ने यूक्रेन की राजधानी क्यूबेक का दौरा करने के लिए ब्रिटिश और ऑस्ट्रियाई नेताओं को धन्यवाद दिया।