पटना । राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता व बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इन दिनों लंदन में हैं। वे वहां ब्रिटिश पार्लियामेंट में राष्ट्रीय भारतीय छात्र और पूर्व छात्र संघ यानी एनआईएसएयू द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए। इसी क्रम में उन्होंने ब्रिटिश पार्लियामेंट में आयोजित गोष्ठी में भारतीय मूल के सांसदों, शोधार्थियों, व्यवसायियों, प्रोफेसर, छात्रों व नागरिकों के साथ भारत-ब्रिटेन संबंधों को और बेहतर बनाने के अलावा प्रजातांत्रिक मूल्यों, न्याय, समता और अभिव्यक्ति की आजादी के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।
इसी क्रम में एक संबोधन में उन्होंने कहा, हम एक बेहतर और विकसित भारत के लिए लड़ रहे हैं। हमारी लड़ाई किसी व्यक्ति से नहीं बल्कि नफरत व आर्थिक-सामाजिक असमानता फैलाने वाली फासीवादी विचारधारा से है। तेजस्वी यादव ने ब्रिटिश पार्लियामेंट में आयोजित गोष्ठी में भारतीय मूल के सांसदों, शोधार्थियों, व्यवसायियों, प्रोफेसर, छात्रों व नागरिकों के साथ भारत-ब्रिटेन संबंधों को और बेहतर बनाने के अलावा प्रजातांत्रिक मूल्यों, न्याय, समता और अभिव्यक्ति की आजादी के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। इसके पहले विश्व के प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों में से एक कैंब्रिज विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ आयोजित संवाद कार्यक्रम में देश और बिहार के सर्वांगीण विकास तथा लोकतंत्र, विपक्ष का भविष्य, भूमिका व एकता पर अपने विचार रखे एवं छात्रों के सवालों के जवाब दिए।
अपने संबोधन में तेजस्वी ने कहा हम एक बेहतर और विकसित भारत के लिए लड़ रहे हैं। हमारी लड़ाई किसी व्यक्ति से नहीं बल्कि नफरत व आर्थिक/सामाजिक असमानता फैलाने वाली फासीवादी विचारधारा से है। हमारी लड़ाई बेरोजगारी, गरीबी, गैर-बराबरी, सांप्रदायिकता और असंवेदनशील पूंजीवाद के खिलाफ है। तेजस्वी ने कहा भारत में लोकतंत्र की अपनी चुनौतियां हैं और तमाम बाधाओं के बावजूद हम लोकतंत्र की परंपरा को बनाए रखा है। भारतीय लोकतंत्र की जड़ें जनता के संघर्ष में परिलक्षित होती हैं। उन्होंने कहा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) व भाजपा की सरकार ने देश में अराजक व नफरत का माहौल बना दिया है।
तेजस्वी यादव कैंब्रिज विश्वविद्यालय में दक्षिण एशिया छात्र फोरम द्वारा आयोजित संवाद कार्यक्रम के विषय देश और बिहार का सर्वांगीण विकास तथा लोकतंत्र, विपक्ष का भविष्य, भूमिका व एकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, आइडिया ऑफ इंडिया के केंद्र में समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व के मूल्य हैं, जैसा हमारे संविधान की प्रस्तावना में व्यक्त किया गया है। तेजस्वी ने कहा आरएसएस व भाजपा सरकार की सांप्रदायिक और असंवेदनशील पूंजीवादी नीतियों के कारण देश में बेचैनी और नफरत का माहौल है।