मदरलैण्ड/बेतिया
शुक्रवार को हरिनगर शुगर मिल के सुपरवाइजर देवेन्द्र सिंह एवं कांटा इंचार्ज राधेश्याम कुशवाहा की देखरेख में भितहा प्रखंड के खैरवा पंचायत के विभिन्न गांवों में घुम घुम किसानों के गन्ने के खेतों में लगे लालसर रोग से ग्रसित पौधों को मजदूरों द्वारा निकलवाया गया । इस दौरान सुपरवाइजर देवेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र में सुगर मिल के पहल पर किसानों द्वारा गन्ने की उत्तम प्रभेद 238 की खेती व्यापक स्तर पर की जाती रही है। लेकिन पिछले वर्ष से उक्त प्रभेद में लालसर रोग का प्रकोप देखा जाने लगा है और इस वर्ष यह रोग व्यापक रूप से किसानों के फसलों में लग चुका।
इसके रोक थाम के लिए मिल प्रबंधन के तरफ से जगह जगह सभा कर किसानों को जागरूक भी किया गया है और इसका उपचार भी बताया गया कि इसके रोक थाम के लिए उपचार भी बताया गया है। गन्ना फसल में लगे इस रोग के रोक थाम के लिए मिल प्रबंधन के एक और पहल पर मजदूरों के साथ गांव गांव घुम कर किसानों के गन्ने के उन खेतों से जिसमें लालसर रोग लग चुके हैं रोग ग्रसित पौधों को निकलवाया जा रहा है और उस रोग ग्रसित पौधे की जड़ की जगह पर ब्लिचिंग पाउडर रखकर मिट्टी से ढक दिया जा रहा है,ताकि यह रोग अन्य किसानों के खेतों तक न पहुंचे। इसके साथ हीं किसानों से अपील भी किया जा रहा है कि जिनके खेतों यह रोग लगा है उसमें से रोग ग्रसित पौधों को आप अपने स्तर से बाहर निकाल दें और उस जगह पर10 ग्राम ब्लिचिंग पाउडर रखकर मिट्टी से उस जगह को ढक दें ताकि बाकी फलस सुरक्षित रहे। इसके साथ हीं उन्होंने कहा कि इस रोग से बचाव के लिए रोको दवा मील के स्थानीय कार्यालय पर उपलब्ध है जहां से किसान लेकर फसलों पर स्प्रे कर सकते हैं । इसके साथ हीं मिल कर्मियों द्वारा यह अपील भी किया गया कि गन्ने की अगली फसल के लिए प्रभेद 238 की बुआई न करें इसकी जगह पर उत्तम प्रभेद की 9301,15o23 एवं 118 की हीं बुआई करें क्योंकि इन प्रभेदों में यह रोग अभी प्रभावी नहीं है।