नई दिल्ली। साइबर अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं बीते साल एशिया प्रशांत में जापान के बाद भारत सबसे अधिक साइबर हमलों का शिकार हुआ। आईबीएम की जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। आईबीएम सिक्योरिटी एक्स-फोर्स ने कहा है कि 2020 में साइबर अपराधियों के हमले उन कारोबार क्षेत्रों पर केंद्रित रहे, जिन्हें कोविड-19 महामारी के बीच सबसे अधिक काम करना पड़ रहा था। इन क्षेत्रों में अस्पताल, चिकित्सा और फार्मास्युटिकल्स विनिर्माताओं के अलावा ऊर्जा क्षेत्र की कंपनियां शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया-प्रशांत में भारत साइबर हमलों का शिकार बने देशों में दूसरे स्थान पर रहा। 2020 में एशिया में हुए कुल साइबर हमलों में से सात प्रतिशत भारतीय कंपनियों पर किए गए। आईबीएम ने कहा कि भारत में वित्तीय और बीमा क्षेत्र पर सबसे अधिक 60 प्रतिशत साइबर हमले हुए। उसके बाद विनिर्माण और पेशेवर सेवाओं का नंबर आता है। साइबर हमलों के प्रकार की बात करें तो रैनसमवेयर शीर्ष पर रहा, जिससे लगभग 40 प्रतिशत हमले हुए। इसके अलावा, डिजिटल करंसी माइनिंग और सर्वर एक्सेस हमलों ने पिछले साल भारतीय कंपनियों को प्रभावित किया। रिपोर्ट के मुताबिक यूरोप ने 2020 में किसी भी अन्य क्षेत्रों की तुलना में अधिक साइबर हमलों का अनुभव किया, जिसमें रैंसमवेयर तरीका शीर्ष पर रहा है। इसके अलावा, यूरोप ने किसी भी अन्य क्षेत्र की तुलना में अधिक अंदरूनी खतरे के हमलों को भी देखा है। यहां उत्तरी अमेरिका और एशिया के मुकाबले दोगुने साइबर हमले दर्ज किए गए हैं।

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