वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को चेन्नई में आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि इस अधिनियम का उद्देश्य लोगों की जिंदगियों को बेहतर बनाना है। इस एक्ट के तहत किसी की नागरिकता छीनी नहीं जा रही है, बल्कि नागरिकता प्रदान की जा रही है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पूर्वी पाकिस्तान से भारत आए लोग देश के विभिन्न शिविरों में बस गए थे, वे आज भी वहां हैं। अब 50-60 वर्ष हो गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर आप इन शिविरों में जाते हैं, तो आपका दिल रो देगा। श्रीलंका के शरणार्थियों के साथ भी इसी तरह के हालात हैं, जो शिविरों में रह रहे हैं। वे बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि इसलिए यह कानून लोगों को बेहतर जीवन प्रदान करने की एक कोशिश है। हम किसी की नागरिकता नहीं छीन रहे हैं, हम सिर्फ उन्हें नागरिकता प्रदान कर रहे हैं।

उन्होंने कहा है कि गत वर्ष में 2838 पाकिस्तानी शरणार्थियों, 948 अफगानी शरणार्थियों, 172 बांग्लादेशी शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई है, जिनमें मुस्लिम भी शामिल है। 1964 से 2008 तक 4,00,000 से ज्यादा तमिलों (श्रीलंका से) को भारत की नागरिकता दी गई है। वित्त मंत्री ने बताया कि पाकिस्तानी गायक अदनान सामी और विचारक तस्लीमा नसरीन को भी भारत की नागरिकता दी गई है।

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