नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन में सोमवार को भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार आंदोलन को लंबा खीचना चाहती है। सरकार को लग रहा आंदोलन अपने आप खत्म हो जाएगा। लेकिन किसान कृषि कानूनों के वापसी और एमएसपी पर कानून लागू होने तक आंदोलन को छोड़ कर नही जाएंगे। आंदोलन स्थल के मंच से किसानों से राकेश टिकैत ने कहा कि गांव के कमेटी तक को मजबूत करो। अब आंदोलन मजबूत करने से ही किसानों की जमीन बच सकेगी।
सरकार से 23 मुख्य फसलों को डिजीटल इंडिया कैंपेन
उन्होंने कहा यूपी सरकार ने इस बार भी गन्ना मूल्य नही बढ़ाया है। उन्होंने सरकार से 23 मुख्य फसलों को डिजीटल इंडिया कैंपेन से जोड़ने की मांग की। किसानों पर मुकदमे होने पर उन्होने कहा किसान अपने हक के लिए सड़को पर निकले है। किसान मुकदमे के डर से आंदोलन से पीछे नही हटेंगे। किसान अनाज पर कारोबारियों का कब्जा नही होने देंगे। उन्होने तंज कसते हुए कहा कुछ लोग मंदिर के नाम पर नोट मांग रहे, हम आंदोलन के नाम पर आटा मांग रहे। दोनों का तालमेल बराबर है। सरकार किसानों के गन्ना मूल्य बकाया का भुगतान करे किसान उसी से मंदिर बनवा देंगे। आंदोलन स्थल के मंच से किसान नेता राकेश टिकैत ने सोमवार को जानकारी दी कि किसान बिजली बिल के कनेक्शन के लिए आवेदन करेंगे।
किसान मोर्चा बिजली बिल का भुगतान करेगी
उन्होने बताया कि सरकार से कनेक्शन मिलने पर संयुक्त किसान मोर्चा बिजली बिल का भुगतान करेगी। वहीं उन्होने बिजली कनेक्शन न मिलने पर जनरेटर की व्यवस्था करने की बात कही। आंदोलन स्थल पर किसान आज किसान मसीहा सर छोटू राम के किसानों के लिए किए गए संघर्ष को याद करेंगे। इस दौरान उनके जयंती पर किसान कार्यक्रम कर उनके संघर्ष को याद कर एकजुटता दिखाएंगे।
आंदोलन में किसानों को सर्मथन देने के लिए उत्तराखंड के काशीपुर से सीमानंद जोशी ने पहुंच कर इंकलाबी मजदूर संगठन का समर्थन दिया। साथ ही भाकियू सर्व के प्रदेश अध्यक्ष सम्मति सैनी ने मध्यप्रदेश से आकर किसान आंदोलन को मजबूती देने की बात कही।
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