नई दिल्ली। कोविड -19 टीकाकरण अभियान के तहत अब वरिष्ठ नागरिकों और 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीके लगाए जाने लगे हैं। दिल्ली भर के निजी अस्पतालों में टीकाकरण केंद्रों में सरकारी सुविधाओं की तुलना में अधिक भीड़ देखी जा रही है। निजी अस्पताल प्रति शॉट 250 तक शुल्क ले रहे हैं, जबकि सरकारी अस्पतालों में टीके मुफ्त में लगाए जा रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, कल वैक्सीन लेने वाले 11,655 में से 74 प्रतिशत निजी अस्पतालों में गए थे। वहीं सरकारी अस्पतालों ने मंगलवार को 3,063 लोगों का टीकाकरण किया। अधिकारियों ने कहा कि ऐसा इसलिए भी हो सकता है क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी में अधिकांश टीकाकरण सेंटर निजी अस्पतालों में हैं – दिल्ली में 308 टीकाकरण सेंटर में से 136 निजी अस्पतालों में हैं जबकि केवल 56 सरकारी अस्पतालों में हैं। एक वरिष्ठ जिला अधिकारी ने नाम न जाहिर करने का अनुरोध करते हुए कहा कि “कई बुजुर्ग लोग निजी अस्पतालों में जाना पसंद करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उन्हें वहां बेहतर सेवाएं मिलेंगी। उन्हें चिंता है कि सरकारी अस्पतालों में कतारें लंबी होंगी, लेकिन ऐसा नहीं है। ऑनलाइन पंजीकरण का पूरा प्वाइंट ही यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी साइट पर बहुत से लोग नहीं रहें।

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