- काशी विश्वनाथ कॉरिडोर: 700 करोड़ की लागत से 33 महीने में हुआ तैयार, यहां जानें इसके बारे में सब कुछ
वाराणसी| काशी विश्वनाथ धाम 700 करोड़ की लागत से 33 महीने में तैयार हुआ है। प्रधानमंत्री द्वारा इसे देश को समर्पित करने बाद आम लोग भी इसके दर्शन का लाभ ले सकेंगे।
तीनों लोकों से न्यारी काशी की धरा पर मां गंगा को साक्षी मानकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 700 करोड़ की लागत से 33 महीने में तैयार हुआ श्री काशी विश्वनाथ धाम विश्व को समर्पित करेंगे। दो दिवसीय प्रवास पर अपने संसदीय क्षेत्र पहुंच रहे पीएम काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव से अनुमति लेकर पतित पावनी गंगा का दर्शन व स्मरण करते हुए काशी विश्वनाथ धाम पहुंचेंगे। काशी विश्वनाथ के अलौकिक परिसर के स्वागत में पूरी काशी शिव दीपावली की तैयारी में है।
रवियोग के अद्भुत संयोग में राजोपचार विधि से देश की सभी नदियों के जल से काशीपुराधिपति का अभिषेक कर पीएम मोदी मुख्य यजमान बनेंगे और षोड्षोपचार विधि से आदि विश्वेश्वर का पूजा अनुष्ठान करेंगे। देवाधिदेव महादेव के विस्तारित दरबार की पूजा अर्चना के बाद मंदिर चौक पर पीएम देशभर के प्रमुख संतों के साथ संवाद करेंगे। करोड़ों भक्तों के सपनों को साकार करने वाले गंगधार से गंगाधर के एकाकार के पावन पथ पर हाथों में गंगा जल लेकर पीएम मोदी महादेव के भक्त के रूप में गर्भगृह पहुंचेंगे।
241 साल बाद बाबा के धाम का नया स्वरूप
गंगा तट से मंदिर के गर्भगृह तक बने काशी विश्वनाथ धाम का यह नया स्वरूप 241 साल दुनिया के सामने आ रहा है। इतिहासकारों के अनुसार श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पर वर्ष 1194 से लेकर 1669 तक कई बार हमले हुए। 1777 से 1780 के बीच मराठा साम्राज्य की महारानी अहिल्याबाई होलकर ने मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था। ढाई दशक बाद पीएम मोदी ने आठ मार्च 2019 को मंदिर के इस भव्य दरबार का शिलान्यास किया था।
रेवती नक्षत्र में होगा धाम का लोकार्पण
श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण रेवती नक्षत्र में होगा। राम मंदिर के लिए मुहूर्त तैयार करने वाले आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्राविड़ ने बताया कि 13 दिसंबर को रेवती नक्षत्र में दिन में 1:37 बजे से 1:57 बजे तक 20 मिनट का शुभ मुहूर्त प्राप्त हुआ है। यह मुहूर्त हर दृष्टि से उत्तम है।