नई दिल्ली। ताजमहल में बम की सूचना से पुलिस प्रशासन हड़कंप मच गया। सुबह 7.30 बजे ताजमहल में बम की सूचना मिलने पर बीडीएस की टीम ने परिसर में सर्च अभियान शुरू कर दिया। सुबह लगभग 9.30 बजे तक सीआईएसएफ ने ताजमहल परिसर को सैलानियों से खाली करा लिया। बताया जा रहा है कि लगभग एक हजार सैलानियों को ताजमहल परिसर से बाहर निकाला गया। वहीं, 112 नंबर पर बम की सूचना देने वाले की लोकेशन ट्रेस की जा रही है।
ताजमहल में बम होने की सूचना दी। इस पर प्रशासन और पुलिस के
मौके की गंभीरता को देखते हुए सेना को भी बुला लिया गया है। दरआसल, सुबह लगभग साढ़े सात बजे 112 नंबर पर किसी व्यक्ति ने ताजमहल में बम होने की सूचना दी। इस पर प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के होश उड़ गए। सीआईएसएफ और पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से बीडीएस की मदद से सैलानियों को सूचना दिए बिना ही परिसर में जांच करनी शुरू कर दी। सैलानियों की समज में ही नहीं आ रहा था कि इतनी पुलिस आखिर ताजमहल के अंदर क्या जांच कर रही है। वहीं, डीएम प्रभु एन सिंह के निर्देश पर ताजमहल खाली कराया गया।
लोगों को बचा सकते हो तो बचा लो। इस तरह की सूचना पहली बार
ताजमहल में बम लगा दिया है। थोड़ी देर में फटेगा। लोगों को बचा सकते हो तो बचा लो। इस तरह की सूचना पहली बार किसी सिरफिरे ने पुलिस को नहीं दी है। वर्ष 2008 में तमिलनाडू से एक व्यक्ति ने फोन किया था। उसके बाद पुलिस प्रशासन के होश उड़ गए थे। कुछ इसी अंदाज में दहशत फैली थी। पुलिस ने फोन करने वाले को दक्षिण भारत में दबिश देकर पकड़ा था। वह सिरफिरा था। पुलिस को परेशान करने के लिए उसने ऐसा किया था। ताजमहल ही नहीं अन्य स्थानों पर भी बम रखने की पूर्व में कई बार सूचनाएं मिली हैं। पुलिस का तरीका यही है। बीडीएस टीम मौके पर जाती है। चेकिंग करती है। लावारिस वस्तु मिलने पर भी ऐसा ही किया जाता है। गुरुवार को पुलिस और सीआईएसएफ के जवान खुद भी घबरा गए। इसलिए ताजमहल खाली करा दिया गया।
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