बंगाल के तेज गेंदबाज अशोक डिंडा ने क्रिकेट के सभी प्रारुपों से संन्यास की घोषणा कर दी है। डिंडा ने अपने डेढ़ दशक लंबे करियर के दौरान घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करते हुए 116 फर्स्ट क्लास मैचों में 420 विकेट हासिल किए हैं।
36 साल के डिंडा ने भारत की ओर से 13 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के साथ ही नौ टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं। इसमें इस गेंदबाज के नाम एकदिवसीय में 12 और टी-20 में 17 विकेट हैं।

अली ट्रॉफी में तीन मुकाबले खेले पर इस दौरान

डिंडा ने गोवा की ओर से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में तीन मुकाबले खेले पर इस दौरान उन्हें अहसास हुआ कि अब वह आगे अधिक नहीं खेल पायेंगे। डिंडा ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी दिल्ली डेयरडेविल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर), पुणे वॉरियर्स इंडिया, राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से खेला था। इस तेज गेंदबाज ने 78 आईपीएल मैचों में 21.97 के स्ट्राइक रेट से 69 विकेट लिए थे।
वह उत्पल चटर्जी के बाद बंगाल के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज हैं। डिंडा ने कहा, ‘मैं क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले रहा हूं। मैंने बीसीसीआई और गोवा क्रिकेट संघ को इस संबंध में ईमेल भेज दिया है।’ डिंडा ने बीसीसीआई के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को धन्यवाद दिया। गांगुली ने ही साल 2005-06 सत्र में इस तेज गेंदबाज को डेब्यू का अवसर दिया था। बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष अविषेक डालमिया, सचिव स्नेहाशीष गांगुली और संयुक्त सचिव देवव्रत दास ने डिंडा को उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया और उन्हें चांदी की पट्टिका और फूलों का गुलदस्ता दे कर सम्मानित किया।

क्रिकेट अकादमी खोलेंगे

डिंडा ने संन्यास लेने के बाद अब क्रिकेट अकादमी खोलने का फैसला किया है। डिंडा के अनुसार भले ही मैंने खेल छोड़ दिया है पर खेल हमेशा मेरे साथ रहेगा। इस पूर्व क्रिकेटर के अनुसार डिंडा एकेडमी ऑफ पेस बॉलिंग’ नाम का एक सोशल मीडिया पेज पहले से है। इससे भी मुझे मदद मिलेगी। इसलिए मैं सोच रहा हूं कि इसे नाम के साथ एक अकादमी खोली जाये। इसमें लाभ यह है कि यह नाम पहले से ही लोकप्रिय है।
डिंडा ने कहा, आप इसे एक खेल अकादमी कह सकते हैं, जहां बच्चे आ सकते हैं, रह सकते हैं और क्रिकेट सीख सकते हैं। इसमें सभी प्रकार की सुविधाएं उन्हें उपलब्ध कराई होंगी। मैं भी 24 घंटे उपलब्ध रहूंगा। मैं अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं आया हूं पर सेवानिवृत्ति के बाद की यह कुछ योजनाएं हैं। अगले कुछ महीनों में हर किसी को पता चल जाएगा। डिंडा बोले, मैं पिछले 10 वर्षों से पश्चिम बंगाल में क्रिकेट खेल रहा हूं। मुझे सेवानिवृत्ति के बाद अब विशेष रूप से समय निकालने की आवश्यकता नहीं है। मिदनापुर जिले का हर वह व्यक्ति जो क्रिकेट खेलने के लिए कोलकाता आना चाहता था, वह हमेशा मेरी जगह पर रहता है।

#Savegajraj

Previous articleपेट्रोल के बाद अब प्याज के दाम उछले 15 दिनों में तीन गुना रेट बढ़े
Next articleमप्र में तापमान में कल से दर्ज होगी बढोत्तरी

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here