नई दिल्ली । भगवान शिव के धनुष के नाम पर रखे गए रॉकेट लॉन्चर पिनाक उस धनुष की तरह ही विध्वंसक और अचूक है। अडवांस्ड तकनीक से लैस यह लॉन्चर अपने दुश्मनों को संभलने का मौका तक नहीं देता है। अगर इसने एकबार निशाना साध लिया तो फिर दुश्मन को काल के गाल में जाने से कोई रोक नहीं सकता है। यह आपकी धड़कन से ज्यादा स्पीड में करता है फायर।
इस अत्याधुनिक लॉन्चर का राजस्थान के पोखरन रेंज में कई सफल टेस्ट और किए गए हैं। हर मौसम में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है और 44 सेकेंड में यह 72 रॉकेट फायर कर दुश्मनों के ठिकानों को ध्वस्त कर सकता है। यानी दुश्मन जबतक संभलेगा तबतक यह विध्वंसक उनके ठिकानों को नेस्तनाबूद कर देगा।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने पोखरन रेंज में इस मिसाइल के कई सारे टेस्ट किए हैं। इस टेस्ट के दौरान 24 रॉकेट अलग-अलग रेंज से फायर किए गए। इस दौरान इसने अपने लक्ष्य को बड़ी ही आसानी के साथ भेद दिया। यानी निशाना इतना सटीक कि दुश्मन का ध्वस्त होना तय है। पिनाक मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम को डीने तैयार किया है। एक दशक पहले ही भारतीय सेना में शामिल पिनाक मिसाइल का अब उन्नत संस्करण तैयार किया गया है।
पिनाक का यह अडवांस्ड वर्जन 70 किलोमीटर दूर तक दुश्मनों के ठिकानों को ध्वस्त कर सकता है। पहले इसकी रेंज 45 किलोमीटर तक ही थी। यह लॉन्चर किसी भी मौसम में फायर कर सकता है। अपने मल्टी बैरल के जरिए यह लॉन्चर 44 सेकेंड में 72 रॉकेट दाग सकता है।
पिनाक इन्हांस्ड रेंज शुरुआती पिनाक का अडवांस्ड वर्जन है। जल्द ही इसका उत्पादन भी शुरू हो जाएगा। इस सिस्टम के सफल टेस्ट ने सेना को जमीन पर हमले का ज्यादा घातक विकल्प दे दिया है। इस हथियार से सेना दुश्मनों के ठिकानों को ध्वस्त कर सकता है। चीन से पिछले डेढ़ साल से चल रही तनातनी के बीच भारत अपनी सैन्य ताकत में लगातार इजाफा कर रहा है और सैन्य उपकरणों को अत्याधुनिक बना रहा है। चीन की किसी भी हरकत से निपटने के लिए भारत अब हर मोर्चे पर बड़ी तैयारी कर रहा है।