कासगंज। उत्तर प्रदेश के कासगंज में शराब माफिया ने दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दिया। कुर्की के लिए नोटिस चस्पा करने गए दरोगा अशोक पाल और सिपाही देवेंद्र कुमार सिंह को जमकर पीटा। शराब माफिया ने सिपाही को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया, जबकि दारोगा की हालत गंभीर है। इस सनसनीखेज वारदात के बाद बुधवार तड़के सुबह पुलिस की बड़ी कार्रवाई की और मुठभेड़ में शराब माफिया मोती के भाई को ढेर कर दिया।

शराब माफिया और उसके साथियों की तलाश करने में पुलिस

सिढ़पुरा थाना प्रभारी प्रेमपाल सिंह ने बताया कि शराब माफिया और उसके साथियों की तलाश करने में पुलिस जुटी थी। इसी दौरान पुलिस और शराब माफिया के बीच मुठभेड़ हुई। पुलिस को देख माफिया ने गोलियां चलाई जिसके जवाब में पुलिस ने भी कार्यवाई कर दी। इस मुठभेड़ में शराब माफिया मोती के भाई एलकार सिंह के गोली लगी। एलकार को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस पर हुए हमले का एक कनेक्शन मैनपुरी से भी जोड़ा जा रहा है। यहां मौके से एक बाइक पड़ी मिली है, जो बदमाशों की है।

मैनपुरी के कुछ क्षेत्रों में जहरीली शराब से 48 लोगों

बता दें कि वर्ष 2016 में एटा के अलीगंज और मैनपुरी के कुछ क्षेत्रों में जहरीली शराब से 48 लोगों की जान चली गई थी। इसमें जहरीली शराब को मैनपुरी से ही अलीगंज और एटा के अन्य हिस्सों में भेजा गया था। इस घटना के बाद से लगातार शासन और प्रशासन की सख्ती से इस पर कुछ अंकुश तो लगा, लेकिन अभी भी चुपके-चुपके अवैध और कच्ची शराब का धंधा चलता रहता है। गाहे-बगाहे पुलिस दबिश देकर इसका खुलासा भी करती रहती है।

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