नई ‎दिल्ली। एचडीएफसी बैंक ने बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने उसकी आईटी अवसंरचना का ऑडिट करने के लिए एक बाहरी फर्म की ‎नियु‎क्ति की है। देश में निजी क्षेत्र के प्रमुख बैंक में पिछले दो वर्षों के दौरान कई बार सेवा बाधाएं आने के बाद यह फैसला किया गया। एचडीएफसी बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि आरबीआई ने बैंकिंग नियामक कानून 1949 की धारा 30 (1-बी) के तहत बैंक की संपूर्ण आईटी अवसंरचना का विशेष लेखा परीक्षा करने के लिए एक बाहरी पेशेवर आईटी फर्म को नियुक्त किया है, जिसकी लागत बैंक वहन करेगा।

एचडीएफसी बैंक के सेवा व्यवधान का समाधान

पिछले महीने एचडीएफसी बैंक ने आरबीआई को बार-बार होने वाले सेवा व्यवधान का समाधान करने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना सौंपी थी। इस कार्ययोजना में बैंक ने कहा था कि वह तीन महीनों में अपने आईटी ढांचे को सुधार लेगा। एचडीएफसी बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरबीआई को दी गई कार्ययोजना पर प्रगति हो रही है और बैंक ने इसे सकारात्मक रूप में लिया है, क्योंकि इससे मानकों को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। अधिकारी ने विश्लेषकों की एक बैठक में कहा कि कार्ययोजना को लागू होने में 10-12 सप्ताह लगेंगे और आगे की समयसीमा आरबीआई के निरीक्षण पर निर्भर करेगी तथा संतुष्ट होने पर नियामक प्रतिबंध हटा देगा। आरबीआई ने दिसंबर में एचडीएफसी बैंक को अस्थाई रूप से नई डिजिटल पहल शुरू करने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने से रोक दिया था।

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