मदरलैंड संवाददाता, धनहा
पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा अनुमंडल अंतर्गत गंडक पार के मधुबनी प्रखंड क्षेत्र के
मधुबनी धाम के संस्थापक वक्ता एवं सनातन धर्म के आलोक स्तंभ गलित परंपराओं के शल्य चिकित्सक, राष्ट्रीय भावना से ओतप्रोत तुलसी मानस के प्रसंगों की गवेषणा पूर्ण व्याख्या करने में सिद्धहस्त, कथाकार, दार्शनिक, सामाजिक एवं राष्ट्रीय संदर्भों की त्रिवेणी में जनमानस का अवगा हन कराने वाले विराट व्यक्तित्व सद् गृहस्थ संत द्विजेन्द्र मणि शांडिल्य( चुटकी बाबा) की शुक्रवार को आत्मा विश्वात्मा में विलीन हो गई। यह सूचना प्राप्त होते मधुबनी में धर्म अनुरागी मानस प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई।
ज्ञातव्य है मधुबनी स्थान को धाम बनाने में चुटकी बाबा का अमूल्य योगदान रहा। इंटरमीडिएट कॉलेज मधुबनी के पूर्व प्राचार्य पंडित भरत उपाध्याय ने चुटकी बाबा के विषय में बताया कि देवरिया जनपद के सीरजम ग्राम निवासी चुटकी बाबा जी का पहचान देश विदेश में देवराहा बाबा के बाद थी। देश परदेश में देवरिया के देवराहा बाबा एवं चुटकी बाबा अपनी पहचान युगो युगो के लिए बना गए।
मधुबनी में प्राचार्य के निवास पर चुटकी बाबा के दर्जनों भक्त शारीरिक दूरी बनाते हुए एक प्रार्थना सभा में उनके पूरे परिवार के शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना किया तथा उनके द्वारा निर्धारित पद पर चलने की कामना करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। बताते चलें कि बिहार उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश महाराष्ट्र गुजरात और नेपाल में बाबा जी के लाखों शिष्य है।