नई दिल्ली। भारत दुनिया में दालों के वैश्विक उत्पादन में लगभग 24 प्रतिशत का योगदान करता है जो दलहनों का सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता देश है। उन्होंने कहा कि देश का दालों का उत्पादन पिछले पांच-छह वर्षों में 1.4 करोड़ टन से बढ़कर 2.4 करोड़ टन हो गया है।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, भारत दुनिया में दालों का सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता देश है, और दालों के उत्पादन में भारत लगभग आत्मनिर्भर हो गया है।

दो करोड़ 31.5 लाख टन दालों का

उन्होंने कहा, वर्ष 2019-20 में, भारत ने दो करोड़ 31.5 लाख टन दालों का उत्पादन किया, जो कि वैश्विक उत्पादन का 23.62 प्रतिशत हिस्सा है। तोमर ने कहा कि प्रोटीन से भरपूर होने वाली दाल, खाद्य उपजों में एक महत्वपूर्ण फसल हैं।हमारी सरकार मांग और आपूर्ति के अंतर को पाटने के लिए दालों के उत्पादन को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
सरकार ने दालों के आयात पर निर्भरता को कम करते हुए सालाना 15,000 रुपये की बचत की है।

गेहूं व धान की खरीद तो न्यूनतम

कृषि मंत्री ने कहा कि देश में गेहूं व धान की खरीद तो न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर होती आ रही थी, लेकिन दलहन व तिलहन की खरीद की व्यवस्था नहीं थी, केंद्र सरकार ने किसानों को आय समर्थन के लिए इन्हें भी एमएसपी पर खरीदने की व्यवस्था की है।
तोमर ने कहा कि छह साल में दालों के एमएसपी को 40 प्रतिशत से 73 प्रतिशत तक बढ़ाया गया है, जिसका लाभ निश्चित ही किसानों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि कुपोषण दूर करने के लिए भी दलहन पर और काम करने की जरूरत है।

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