- लालू-राबड़ी-तेजप्रताप की प्रापर्टी की जांच की मांग उठाई
पटना । आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के दूसरे पुत्र तेजस्वी यादव अपनी नवविवाहिता रिचेल के साथ पटना पहुंचे। सोमवार को पति-पत्नी महावीर मंदिर में दर्शन करेंगे। दोनों पटन देवी मंदिर भी जा सकते हैं। उधर, उनकी शादी को लेकर मामा साधु यादव की नाराजगी इस कदर बढ़ी हुई है कि उन्होंने अपनी बहन राबड़ी देवी, बहनोई लालू यादव और भांजों की संपत्ति की जांच की मांग कर दी है। इस बीच पटना में तेजस्वी की शादी के रिसप्शन की तैयारी है। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि बहूभोज में सभी को बुलाया जाएगा।
लालू-राबड़ी के छोटे बेटे और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपनी स्कूल टाइम गर्लफ्रेंड रिचेल से शादी कर ली है। दिल्ली में चट मंगनी पट ब्याह की कहावत को चरितार्थ करते हुए हुई इस शादी में दोनों परिवारों के बेहद करीबी रिश्तेदार ही शामिल हुए। जबसे यह शादी हुई है तबसे राबड़ी देवी के भाई साधु यादव भड़के हुए हैं। उन्होंने इस पर अपनी भड़ास निकाली तो तेजस्वी के बड़े भाई तेजप्रताप ने उनके मोर्चा खोल दिया। तेजप्रताप ने अपने ट्विटर पर लिखा था- ‘रुकअ हम आवतानी बिहार त गर्दा उड़ाव तानी तोहार… ‘बुढ़-बुजुर्ग बाड़अ, तनिक औक़ात में रहल सिख, पाजामा से बाहर आवल के कौनो ज़रूरत नईखे…।’ तेजप्रताप की इस प्रतिक्रिया के बाद से साधु यादव और भी भड़के हुए हैं। उन्होंने तेजप्रताप के साथ-साथ अपनी बहन राबड़ी देवी, बहनोई लालू यादव को भी निशाने पर ले लिया। हालांकि तेजस्वी यादव के प्रति उनका सॉफ्ट कॉर्नर भी साफ झलक रहा है। तेजस्वी की शादी के तौर-तरीके से साधु यादव भले ही नाराज हो लेकिन व्यक्तिगत तेजस्वी यादव पर कोई छींटाकशी या प्रहार नहीं कर रहे हैं।
वहीं शनिवार शाम पटना लौटीं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भाई साधु यादव के आरोपों पर कुछ नहीं कहा। मीडिया से बातचीत में उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि पटना में बहू भोज होगा, जिसमें वे सबको बुलाएंगी। सबको मिठाई खिलाएंगी। उधर, इस बवाल में तेजस्वी की बहनी रोहिणी आचार्य भी कूद पड़ी हैं। उन्होंने साधु यादव को कंस बताया। साधु यादव ने लालू, राबड़ी और तेज प्रताप के बारे में जितनी बातें कही है वह काफी गंभीर और बिहार की राजनीति में हलचल पैदा करने वाली हैं। कभी अपनी मुख्यमंत्री बहन की ताकत रहे साधु यादव आज राबड़ी देवी को राजपूत बता रहे हैं। साधु यादव ने चिल्ला चिल्ला कर राबड़ी देवी के बारे में यह बड़ी बात कह दी। उन्होने कहा है कि राबड़ी देवी यादव समाज से नहीं बल्कि वह राजपूत है। उन्होंने बार बार जोर देकर कहा कि राबड़ी देवी यादव नही बल्कि राजपूत हैं। सुभाष यादव और प्रभु नाथ यादव उनके भाई हो सकते हैं लेकिन, साधु यादव उनका भाई नहीं है। इतना ही नहीं साधु यादव ने अपने बहनोई लालू प्रसाद यादव के बारे में कहा है कि लालू चपरासी बनने के लायक भी नहीं थे, फिर भी उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया। लालू यादव मेरी बात पर रहते तो इतनी दुर्गति नही होती। जिस शिवानंद तिवारी ने चारा घोटाले में केस करके जेल भेजवाया उसी का बेटा बार-बार एमएलए बन रहा है और सलाहकार बना हुआ है।
साधु यादव ने कहा कि राबड़ी देवी को भी उन्होंने ही अपने बल और कौशल की बदौलत मुख्यमंत्री बना दिया लेकिन इन लोगों ने बदनाम करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा। पुराने दिनों को याद करते हुए साधु यादव ने कहा कि प्रकाश झा से पैसे लेकर गंगाजल फिल्म बनवाया गया ताकि उनकी छवि खराब कराई जा सके। साधु यादव दावा करते हैं की राष्ट्रीय जनता दल को उन्होंने बचाया। साधु यादव ने दावा किया है कि अगर उन लोगों में हिम्मत है तो मीडिया के सामने आकर खुली बहस करें। बहस में उन्हें बिल्कुल बेनकाब कर देंगे और असली चरित्र उजागर कर देंगे। साधु यादव ने आरोप लगाया कि सत्ता में रहते लालू यादव ने अपराधियों को संरक्षण दिया और सारा आरोप उन पर डाल दिया। अब यादव समाज भी समझ गया है कि पूरा परिवार पैसे का लालची है। दावा किया कि ये लोग अब सीधे चुनाव नहीं जीत सकते। अब राज्यसभा या विधान परिषद में जा सकते हैं, जनता इन्हें वोट नहीं देगी।