नई दिल्ली-नवरात्री के पावन त्यौहार की शुरुआत हो चुकी पुरे देश में इस समय नवरात्री के पावन त्यौहार को हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाता है नौ दिन माँ के अलग-अलग नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है।
दिल्ली में इस अवसर पर जगह-जगह रामलीला का आयोजन किया जाता है और दसवे दिन विजयदशमी का पर्व मनाया जाता है।विजयदशमी वाले दिन प्रभु श्री राम रावण का वध करते है। देश भर में रावण के पुतले जलाकर इसे मनाया जाता है।
रावण के इतने पुतले आखिर बनाता कौन है और कैसे बनते है ये पुतले है न दिलचप्स बात तो आइये आपको आज ले चलते है विश्व के सबसे बड़े रावण बाज़ार में। दिल्ली के टैगोर गार्डन में सबसे बड़ा रावण बनाने का काम किया जाता है। कई सालो से ये लोग यहाँ रावणो के पुतलो को तैयार करते आ रहे है। दशहरे के एक महीने पहले ही ये पुतले बनाने का काम शुरु हो जाता है।
बांस से रावण के पुतलो का ढांचा तैयार किया जाता है उसके बाद उसपे कागज़ और गोंद का लेप लगाया जाता है फिर सुंदर चित्रकारी कर इसे तैयार किया जाता है। है न दिलचस्प। रावण के पुतलो के सबसे बड़े बाजार में छोटे और बड़े साइज़ के सभी प्रकार के रावण आपको देखने को मिलेंगे। अब लगभग ये रावण तैयार हो चुके है। यहाँ से रावण खरीदने लोग दूर दूर से आते है और ट्रको में रावण के पुतले लाद के जाते है। इन रावणो की कीमत 5000 से शुरू होकर 1 लाख रुपए तक है। इनको बनाने का शुरूआती खर्चा करीब 5000 से शुरू होता है।
यहाँ के कारीगरों ने बताया की वह कई सालो से रावण के पुतले बना रहे है। इन्हे बनाने में काफी मेहनत लगती है लोग दूर-दूर से इन पुतलो को खरीदने आते है।