भारत की जनता के लिए रेल को काफी अहम माना जाता है क्योंकि रेल का सफर अन्य यातायत के साधनों से सस्ता होता है। बता दें कि मोदी सरकार में केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अगले चार से पांच साल में भारतीय रेलवे का सौ फीसदी विद्युतीकरण हो जाएगा। इसके साथ ही इस तरह का यह दुनिया सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क होगा। गोयल ने यह बातें बृहस्पतिवार को आठवें वैश्विक ऊर्जा नीति सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा कि रेलवे तेजी से अपने पूरे नेटवर्क का विद्युतीकरण कर रहा है। उन्होंने कहा कि अभी रेलवे के कुल नेटवर्क का 55 फीसदी संचालन बिजली से हो रहा है। अगले चार से पांच साल में इसके सौ फीसदी बिजली से संचालन होने की उम्मीद है, जो कि दुनिया में इस तरह का सबसे बड़ा नेटवर्क होगा।
रेल को लेकर अपने बयान में आगे गोयल ने कहा कि सरकार ने ऊर्जा क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की है। बिजली उत्पादन करने वाली सभी कंपनियां इस क्षेत्र में आने वाले सभी नए निवेशों के लिए 15 प्रतिशत की निम्न आयकर दर के लिए योग्य होंगी। 2030 तक रेलवे 20 गीगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन में निवेश करेगा। उन्होंने कहा कि यह अन्य देशों को भी संदेश देगा कि वे भी विद्युतीकरण को अपनाने पर विचार करें।
इसके अलावा गोयल ने कहा कि भारत ऊर्जा के उपयोग में बदलाव के लिए तैयार है और यह सुनिश्चित करने के लिए उच्चतम स्तर पर नजर रखी जा रही है कि दुनिया को रहने के लिए बेहतर जगह बनाने के वैश्विक प्रयासों में भारत भी भागीदार बने। उन्होंने कोयले के संदर्भ में कहा कि हम विश्व में ऊर्जा उत्सर्जन स्तर कम करने की हमारी प्रतिबद्धताओं को लेकर बहुत सचेत है। पिछले छह साल में किसी नए संयंत्र को मंजूरी नहीं दी गई है। सामान्य बल्ब की जगह पर एलईडी बल्ब के प्रयोग से हर साल आठ करोड़ टन से अधिक कार्बन ऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आई है।