अविनाश भगत : रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले आज प्रदेश भाजपा ने एक अहम बैठक बुलाई है। जिसमें पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं को साफ निर्देश दिए गए कि उक्त मामले में सुप्रीम कोेर्ट के फैसला आने के बाद पार्टी के कोई भी नेता व कार्यकर्ता फैसले पर बहस न करें। बल्कि अपने अपने इलाकों में शांति बनाए रखने की कोशिश करें।

पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं को दी हिदायत
बताया गया कि करीब 1 घंटा लंबी चली इस बैठक में पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं को यह हिदायत दी गई कि वह सुपीम कोर्ट के फैसला आने के बाद किसी भी व्यक्ति से फैसले को लेकर कोई बहस न करें। बल्कि किसी भी प्रकार का कोई भड़काउ भाषण भी न दिया जाए। सूत्रों का कहना है कि अयोध्या विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने वाले दिनों में कभी भी आ सकता है। इसलिए देशभर में विशेषकर जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान अथवा उसके गुर्गे यहां अमन तथा आपसी भाईचारे को बिगाडने की साजिश को अंजाम न दे सकें, इसके लिए खुफिया तथा सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हैं।

शांति तथा भाईचारा बनाए रखने की हिदायत
भाजपा सूत्रों का कहना है कि आज की बैठक में पार्टी के मडंल तथा वार्ड स्तर पर सभी कार्यकर्ताओं को फैसला आने पर शांति तथा भाईचारा बनाए रखने की हिदायत दी गई। बता दें कि, जम्मू कश्मीर में षरारती तत्वों द्वारा अतीत में कईं बार माहौल बिगाडने की कोशिशे की जाती हैं। बहुचर्चित दुखद पुलवामा आतंकी हमले के बाद विशेषकर जम्मू में माहौल बिगाडने की कोशिश की गई थी। तब प्रशासन को यहां कुछ दिन तक कर्फ्यू लगाना पड़ा था। अब चूंकि यहां धारा 370 अनुच्छेद 35ए को हटाने के साथ साथ सूबे का केंद्र शासित प्रदेश के तौर पर पुनगर्ठन किया गया है, इससे भी पाकिस्तान बुरी तरह बौखलाया हुआ है। इसलिए केंद्र सरकार स्थानीय शासन से लेकर भाजपा व संघ परिवार अयोध्या फैसले को लेकर कड़ी सतर्कता बरतने में लगे हैं।

बैठक में मौजूद सदस्य
सूत्रों का कहना है कि अचानक आज बुलाई गई प्रदेश कार्यकारणी की इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना, दो महासचिव प्रो0 नरेंद्र सिंह व युद्धवीर सेठी, पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता, सेवानिवृत ब्रिगेडियर अनिल गुप्ता, गोबिंद सरीन, विरेंद्रजीत सिंह के अलावा पार्टी के पूर्व विधायक एवं एमएलसी भी मौजूद थे।

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