उन्नाव जिले के बिहार थाना क्षेत्र में दुष्कर्म पीड़िता को आग से जलाने की वारदात के 12वें दिन उन्नाव फिर से सुर्खियों में दिखाई दे रहे है। जहां हसनगंज थाना क्षेत्र में रिपोर्ट दर्ज करने के बाद दुष्कर्म के आरोपी को अग्रिम जमानत हासिल करने के लिए पुलिस की ओर से मौन छूट मिल गई है। आरोपियों को अग्रिम जमानत मिलने से आहत दुष्कर्म पीड़िता ने बीते सोमवार सुबह एसपी कार्यालय के गेट पहुंचकर खुद पर केरोसिन डालकर आग लगा ली। लपटों से युवती को घिरा देख पुलिसकर्मियों के हाथ-पांव फूल गए।
पीड़िता जिला अस्पताल में भर्ती
मीडिया के अनुसार जल्दबाजी में आग पर काबू पाकर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टर ने 70 फीसदी जलने की पुष्टि कर पीड़िता को कानपुर हैलट रेफर कर दिया। हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी 22 वर्षीय युवती ने बीते सोमवार सुबह 11 बजे एसपी कार्यालय गेट पर खुद को आग लगा ली। युवती के पिता का आरोप है कि उसके घर से 300 मीटर दूरी पर रहने वाला युवक शादी का झांसा देकर कई साल से उसका शारीरिक शोषण किया जा रहा था।
आरोपियों ने जेल से रिहा होते ही मोहल्ले में बांटी मिठाई
बता दें कि, शादी की बात कहने पर उसने इंकार कर दिया। जहां कोतवाली पुलिस के साथ डीएम और एसपी को कई शिकायती पत्र दिए पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं पुलिस की छूट मिलने से 30 सितंबर 2019 को आरोपी अपने भाई, भाभी व एक अन्य परिवार के युवक के साथ उसके घर घुस गया और परिवार को जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने दो दिन बाद आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म और जान से मारने की धमकी देने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की। वहीं आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने की जगह गिरफ्तारी स्टे लाने और बाद में अग्रिम जमानत कराने की छूट दे दी। शनिवार 28 नवंबर 2019 को लखनऊ उच्च न्यायालय से सभी आरोपियों को अग्रिम जमानत मिल गई। जमानत मिलने के बाद शनिवार 14 दिसंबर की देर शाम आरोपियों ने मोहल्ले में मिठाई बांटी और उसे व उसके परिवार को धमकी दी। जिससे आहत हो आत्महत्या का फैसला लेते हुए उसने सोमवार सुबह एसपी कार्यालय गेट के सामने खुद को आग लगा ली।