दिल्ली में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सहयोग के लिए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा केंद्रीय फंड की मांग करने के अगले दिन रविवार को प्रदेश भाजपा ने आप सरकार पर प्रहार किया और आश्चर्य प्रकट किया कि 65,000 करोड़ रूपये का बजट पारित करने के बावजूद वह निजी सुरक्षा उपकरण खरीदने में असमर्थ है। पूर्वी दिल्ली के भाजपा सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने अरविंद केजरीवाल सरकार पर इस मुद्दे पर ‘घड़ियाली आंसू’ बहाने और ‘पीड़ित होने की नौटंकी करने का आरोप लगाया। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली सरकार ने 23 मार्च को कोरोना वायरस के चलत पांच दिन के सत्र के बजाय एक दिन में 65,000 करोड़ रूपये का बजट पारित किया… लेकिन आश्चर्य है कि उसके बाद भी वह 1-2 करोड़ रूपये के पीपीई किट खरीदने में असमर्थ है। भगवान जाने कि इसके पीछे अरविंद केजरीवाल की मंशा क्या है?’’
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को दावा किया था कि उनकी सरकार ने केंद्र से पीपीई किट मांगें हैं लेकिन अब तक कोई किट नहीं मिला है। गौतम गंभीर ने कहा कि उन्होंने पीपीई किट और मास्क खरीदने के लिए दिल्ली सरकार को 50 लाख रूपये दान देने की पेशकश की थी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘यदि सुबह से शाम तक टीवी पर विज्ञापन पर खर्च किये जाने वाले करोड़ रूपये पीपीई किट खरीने पर व्यय किये जाते तो लोगों को फायदा होता। मैंने पीपीई किट और मास्क के लिए 50 लाख रूपये की प्रतिबद्धता जतायी लेकिन अब तक मेरे पास कोई जवाब नहीं आया। अब वे केंद्र से मांग रहे हैं। घडि़याली आंसू बहाना और पीड़ित होने की नौटंकी करना ही अरविंद केजरीवाल के दो हथियार हैं।’’ सिसोदिया ने शनिवार को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के लिए केंद्र से आपदा फंड मांगा था और कहा था कि दिल्ली देश में सबसे प्रभावित तीसरा राज्य है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को लिखे पत्र में सिसोदिया ने कहा कि केंद्र ने आपदा कोष से राज्यों को 17000 करोड़ रूपये दिये लेकिन दिल्ली को एक भी रूपया नहीं दिया गया। दिल्ली में शनिवार तक कोविड-19 के 445 मामले सामने आये हैं।