मदरलैण्ड संवाददाता, गोपालगंज।

गोपालगंज। कटेया थाना क्षेत्र के मझवालिया गाँव में कोरोना मरीज मिलने की सूचना के साथ ही पूरे क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है।क्षेत्र में घटना के संबंध में जनता के बीच कोरी कयासबाजियों का दौर चल पड़ा है।क्षेत्र के लोगों में इस मामले की चर्चा आम हो गई है।इस बीच प्रशासन ने गाँव को सेनेटाइज करवा दिया है। विदित हो गत रविवार कटेया थाना क्षेत्र के पंचदेवरी प्रखंड अंतर्गत मझवलिया गाँव निवासी एक 50 वर्षीय महिला में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी।जिसके बाद प्रशासन ने इसकी सूचना के साथ ही त्वरित कार्यवाही करते हुए पूरे गाँव को रविवार शाम को ही सील कर दिया था।मामले में स्थानीय प्रशासन महिला व उसके परिजनों की ट्रैवल हिस्ट्री पता करने में जुटा है।प्रशासन ने मामले से निबटने के लिए सोमवार को महिला के गाँव सील कर अंचलाधिकारी कटेया अफजल हुसैन व प्रखंड विकास पदाधिकारी पंचदेवरी डॉ. आनंद विभूति के नेतृत्व में पूरे गाँव को सेनेटाइज करवाया।सेनेटाइज करवाने के साथ ही प्रशासन ने महिला के गाँव से तीन किमी के दायरे में आने वाले मझवलिया,सेमरिया टोला बरवां, सेमरिया टोला बैसिया, सेमरिया,भठवा, नेहरुआ कला, खालगांव, रसौती, साधुचौक, धरहरा मेला, ढोढ़ीला,सिधवनीया, रैपुरा तथा नेहरुआ खुर्द सहित चौदह गाँवों को कैंटोनमेंट जोन घोषित करते हुए बाँस-बल्ली व लोहे के पाइप की सहायता से सील कर दिया।प्रशासन ने तीन किमी के दायरे में आने वाले सीमावर्ती गाँवों भठवा, सिधवनीया, नेहरुआ व धरहरा आदि में सीलिंग लगाई है।खबर लिखे जाने तक सीलिंग वाले जगहों पर प्रशासन द्वारा चौकीदार की तैनाती की गई थी।सूत्रों से पता चला कि उक्त स्थलों पर तैनाती हेतु एसडीएम द्वारा मजिस्ट्रेट या किसी अन्य कर्मी की तैनाती जल्द ही की जाएगी। महिला की ट्रैवल हिस्ट्री पता करने में जुटा प्रशासन
 मामला प्रकाश में आने के साथ ही स्थानीय प्रशासन महिला व उसके परिवारीजनों की ट्रैवल हिस्ट्री खंगालने में जुट गया है।पंचदेवरी बीडीओ डॉ आनंद कुमार विभूति के अनुसार उक्त महिला का भतीजा गत माह आबू धाबी से आने की खबर मिली है,परन्तु उक्त युवक में कोरोना का कोई भी लक्षण नहीं दिखा है।प्रशासन ने उसे क्वारंटाइन कर दिया है। मामला आने के बाद महिला से जुड़े 20 लोगों को अब तक क्वारंटाइन किया जा चुका है। जिसमें सात लोगों को जिला क्वारंटाइन सेंटर बलेसरा व 13 लोगों को भठवा में क्वारंटाइन किया गया है। मामले के बाद से ही स्थानीय प्रशासनिक अमले ने कमर कस ली है। सोमवार को डीएम के द्वारा प्राप्त निर्देश के आलोक में स्थानीय प्रशासनिक अमले ने एक माइक्रो प्लान बनाया है। इसके तहत प्रतिबंधित क्षेत्र में आने वाले सभी 14 गांवों के तीन हजार घरों में रहने वाले 15 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी। जिसके लिए चिकित्सकों के नेतृत्व में आठ टीमों का गठन किया गया है।

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