विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने रविवार को कहा कि सरकार को कोरोना वायरस के कारण मछुआरों समेत भारतीयों के ईरान में फंसे होने की रिपोर्ट मिली है और तेहरान में दूतावास इस मुद्दे पर स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है। ईरान में भारत के राजदूत जी. धर्मेन्द्र ने शनिवार को कहा था कि स्वदेश जाने की इच्छा रखने वाले भारतीयों की वापसी के लिए अधिकारी काम कर रहे हैं और अधिकारियों के साथ चर्चा चल रही है।

जम्मू कश्मीर में कई नेताओं ने केन्द्र से ईरान में फंसे केन्द्र शासित प्रदेश के छात्रों समेत लोगों को निकाले जाने की अपील की है। मुरलीधरन ने ट्वीट किया, ‘‘कोविड 19 के कारण ईरान में केरल के मछुआरों समेत भारतीयों के फंसे होने की रिपोर्ट मिली है। तेहरान में हमारा दूतावास स्थिति का आकलन कर रहा है और स्थानीय अधिकारियों के साथ संपर्क में है।’’ ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बताया कि कोरोना वायरस के कारण 11 और लोगों की मौत हो गई और इससे संक्रमण के 385 और मामले सामने आये हैं जिससे इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 54 और संक्रमित लोगों की संख्या 978 पहुंच गई है।

धर्मेन्द्र ने ट्विटर पर कहा, ‘‘कोविड19 के मद्देनजर उन भारतीयों को वापस लाने के लिए काम किया जा रहा है जो स्वदेश वापस लौटना चाहते हैं। संबंधित अधिकारियों के साथ चर्चा चल रही है। आपको ताजा जानकारी देते रहेंगे।’’ इससे पूर्व तेहरान में भारतीय दूतावास ने वहां रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए परामर्श जारी किया था और कहा था कि वे स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। भारत ने भी 26 फरवरी को यात्रा परामर्श जारी किया था और कोरोना वायरस (कोविड-19) के कारण ईरान की गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी थी।

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