उपराष्ट्रपति एम वेंकैसा नायडू ने कोरोना संकट के दौरान धान, दलहन, तिलहन तथा अन्य मोटे अनाजों की बुआई औसत से अधिक करने के लिये देश के किसानों के साहस और कर्तव्यनिष्ठा की सराहना करते हुये इसे सभी के लिये अनुकरणीय बताया है। नायडू ने रविवार को ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं देश के किसान भाइयों के अदम्य साहस और राष्ट्र निष्ठा का अभिनन्दन करता हूं, जिन्होंने कोविड-19 के संक्रमण के बावजूद भी, पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 37 प्रतिशत अधिक क्षेत्रफल में धान की रोपाई की है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह हर्ष का विषय है कि कठिन परिस्थितियों में भी धान, दलहन, तिलहन तथा अन्य मोटे अनाजों की बुआई औसत से 31 प्रतिशत अधिक हुई है।’’ नायडू ने उम्मीद जतायी कि राज्य, खाद और कीटनाशकों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के अतिरिक्त खेती के अन्य उपकरणों की उपलब्धता को भी सरल और सुचारू बनाएंगे। उपराष्ट्रपति ने राज्य सरकारों से कृषि उपज की खरीद प्रक्रिया को सरल बनाने के लिये कृषि उपज विपणन कानून (एपीएमपी) में जरूरी बदलाव करने की भी अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आश्वस्त हूं कि राज्य, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सलाह के अनुसार एपीएमसी कानून में जरूरी बदलाव करेंगे जिससे किसानों के लिए उनके उत्पाद की बिक्री को सरल बनाया जा सके। मंडियों में बिना भीड़ लगाए, किसान अपने उत्पाद को सीधे ग्राहक को बेच सकें।’’

 

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