पश्चिमी जिले के हरिनगर थाना पुलिस ने कारोबारी के ऑफिस में घुसकर 25 लाख की फिरौती मांगने के मामले में एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। डीसीपी दीपक पुरोहित के अनुसार, आरोपित की पहचान हरिपाल के रूप में हुई है। वह नांगल डेरी नजफगढ़ का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार, पीड़ित अमन परिवार के साथ हरिनगर में रहता है। उसका निजी कारोबार है। मंगलवार को वह ऑफिस में बैठा हुआ था। इसी बीच आरोपित अपने तीन साथियों के साथ ऑफिस में घुसा और खुदकों क्राइम ब्रांच का पुलिस अधिकारी बताया। उसके बाद आरोपितों ने कारोबारी अमन को अपने कब्जे में ले लिया। उन्होंने अमन के सारे फोन भी छीन लिए और पूछताछ का हवाला देकर उसे गाड़ी में बैठा लिया। पहले तो आरोपित दिन भर उसे घुमाते रहे फिर पीड़ित के रिश्तेदार को कॉल कर 25 लाख की फिरौती मांगी। इधर, अमन के एक दोस्त तक अपहरण की बात पहुंची तो उसने बीती रात हरिनगर पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए केस दर्ज कर जांच शुरू की। डीसीपी दीपक पुरोहित के अनुसार, पुलिस ने तुरंत एक टीम का गठन किया।
टेक्निकल सर्विलांस की मदद से लोकेशन का लगाया पता
बता दें कि, पुलिस टीम ने तुरंत टेक्निकल सर्विलांस की मदद से लोकेशन का पता किया। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, पुलिस ने अमन के दोस्त से अपहरणकर्ता को संपर्क कराया और फिरौती की रकम धौला कुआं मेट्रो स्टेशन के पास देने की बात कही। साथ में, यह भी कहा कि वह ऑटो से रुपए लेकर आ रहा है। रात 10:30 बजे के बाद आरोपित अमन को लेकर पहुंचे, लेकिन जैसे ही कैश लेने के लिए एक आरोपित ऑटो के पास पहुंचा, पहले से ही अलर्ट पुलिस टीम ने उसे पकड़ लिया और अमन को उसके कब्जे से छुड़ा लिया। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, एक आरोपित के पकड़े जाने पर उसके तीन साथी मौके से फरार हो गये। पुलिस टीम ने आरोपितों का पीछा भी किया, लेकिन बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गये। डीसीपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपित की पहचान हरिपाल के रूप में हुई है। वह नगली डेरी नजफगढ़ का रहने वाला है। बाकी उसके तीन साथियों के बारे में पुलिस को पता चल गया है जिनमें से एक अजय त्रिपाठी, दूसरा मनी और तीसरा रेडी है।
पूछताछ में जुटी पुलिस
पुलिस टीम अब हरिपाल से पूछताछ के आधार पर भागे हुए तीनों साथियों की तलाश कर रही है। पूछताछ में पता चला कि अजय त्रिपाठी का कॉल सेंटर का कारोबार है। उसे अमन के बारे में जानकारी मिली थी कि वह सोशल साइट बिजनेस करता है और उसके पास काफी सारे पैसे हैं। इसीलिए आरोपित ने अपने चार दोस्तों के साथ मिलकर मंगलवार दिन में उसके ऑफिस पहुंचा।