मदरलैंड संवाददाता, सीवान
- वन बिभाग और स्थानीय प्रशासन के उदासीनता के कारण तस्कर सक्रिय
- महज सौ मीटर की दूरी पर स्थित है श्रीकरपुर चेकपोस्ट
- स्थानीय लोगों का अनुमान दो किलोमीटर से अधिक के क्षेत्रफल में काटा गया है पेड़
सीवान ।राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन और हरियाली की धज्जियां खुलेआम उड़ाई जा रही है। थाना क्षेत्र श्रीकरपुर सोनहुला बांध या गोगरा तटबंध पर लगे करीब 6 किलोमीटर लंबे बांध पर लगे हरे वृक्ष को तस्करों द्वारा खुलेआम काटा जा रहा है। जिसके चलते इस बंधे पर लगे सैकड़ों पेड़ को काट लिया गया। और इसकी भनक वन बिभाग को ही लगी और नही स्थानीय प्रशासन को ही। ग्रामीणों का कहना है कि बंधे पर लगे वृक्ष की हरियाली से आसपास के लोगो की दिनचर्या और वातावरण काफी खुशनुमा रहता था। लेकिन अचानक पेंडो की कटाई से दो किलोमीटर तक हरे पेड़ बिल्कुल विलुप्त हो गए हैं। इनमे अमरूद, आम, सेनुआर, जंगली शीशम, शीशम, लिप्ट्स, मोहगनी, समेत दर्जनों कीमती वृक्षों की कटाई हों रही है। और ग्रामीणों ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस, वन बिभाग, एसडीओ, एसपी और डीएम तक को दिया। लेकिन इसपर अधिकारियों ने कारवाई करना तो दूर इसकी जाँच करना भी मुनासिब नहीं समझा। ग्रामीणों का कहना था कि बेतहाशा हुए पेड़ कटाई से हम लोग बहुत आहत हैं। उनका साफ कहना था कि लॉक डाउन खत्म होने के बाद इसके खिलाफ जन आंदोलन किया जाएगा। ग्रामीण
शैलेन्द्र नाथ तिवारी, दिलीप नाथ तिवारी, ददन जी तिवारी, रामेश्वर मिश्र, दिवाकर तिवारी, हरिशंकर तिवारी, चिन्टु तिवारी, संदीप तिवारी ने जाँच की मांग की है।
श्रीकरपुर चैकपोस्ट से महज कुछ दूरी पर हुई है कटाई
थाना क्षेत्र के गोगरा तटबंध पर लगे करीब पांच किलोमीटर लम्बे बांध पर दोनों तरफ वन विभाग की तरफ से हरे भरे बृक्ष लागये गए हैं। जिनको तस्करो द्वारा बेतहाशा कटाई किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि घटना स्थल से कुछ ही दूरी पर श्रीकरपुर चेकपोस्ट और दूसरी तरफ सोहगरा चेकपोस्ट अवस्थित है। पर पुलिस का खौफ तस्करो को नही है। ग्रामीणों का कहना था कि स्थानीय प्रशासन अगर सख्ती दिखाता तो शायद इतनी संख्या में नुकसान नही होता।
क्या कहते है वन क्षेत्र अधिकारी
वन क्षेत्र अधिकारी दिलीप कुमार का कहना था कि इस मामले की गंभीरता से जांच किया जायेगा। इसमें शामिल किसी को बख्शा नही जायेगा। इसकी सुरक्षा के लिए वहाँ गार्ड तैनात किया गया है।