अविनाश भगत : संघ शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में प्रदेश भाजपा में संगठन चुनाव को लेकर प्रक्रिया जारी है। पार्टी के जिला प्रधानों के चुनाव के बाद अगामी 20 दिसंबर तक नये प्रदेश अध्यक्ष का चयन होने की प्रबल संभावना है। मालूम हो कि अगामी 31 दिसंबर तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है। इसलिए उससे पहले कमोबेश समूचे देश में पार्टी के संगठन चुनाव के जरिए नये प्रदेशाध्यक्षों का चयन होना है। मौजूदा वक्त में गृहमंत्री अमित शाह ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और जेपी नडडा पार्टी के कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
5 दिसंबर तक पूरा होगा काम
पार्टी सूत्रों का कहना है कि यहां जम्मू संभाग में पार्टी के सभी कुल 17 जिलों के प्रधानों का चयन का काम 5 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाऐगा। जिसके बाद पार्टी के जिला प्रमुखों के साथ साथ प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से चयनित किया गया एक एक प्रतिनिधि भी नये प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में अपना मत देगा। बताया गया कि नये प्रदेशाध्यक्ष का चुनाव अगामी 20 दिसंबर तक कर लिया जाऐगा।
पार्टी के वरिष्ठ नेता को दी जिम्मेदारी
बता दें कि, जम्मू-कश्मीर में संगठनात्मक चुनाव की जिम्मेदारी पार्टी के वरिष्ठ नेता विरेंद्रजीत सिंह को सौंपी गई। सिंह की देखरेख में यह चुनावी कवायद जारी है। सूत्रों का कहना है कि नये प्रदेशाध्यक्ष की दौड़ में प्रदेश भाजपा के मौजूदा महासचिव सरदार नरेंद्र सिंह, पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता, पार्टी के प्रदेश उपप्रधान प्रमोद कपाही, भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रधान सतीश शर्मा भी हैं। कविंद्र गुप्ता की छवि एक बेहद अनुभवी नेता की मानी जाती है। फिर भी नये प्रदेशाध्यक्ष के नाम पर अंतिम मोहर चुनाव के दिन पार्टी की ओर से नई दिल्ली से भेजे जाने वाले पर्यवेक्षक ही लगाऐंगें। गौरतलब है कि मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र रैना को इस पद पर गत वर्ष मई माह में नामांकित किया गया था। रैना को तत्कालीन पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सतपाल शर्मा के स्थान पर नियुक्त किया गया था। शर्मा को तब महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीडीपी- भाजपा की गठबंधन सरकार की मंत्री परिषद् में शामिल किया गया था। पार्टी सूत्रों का कहना है कि भाजपा संविधान के मुताबिक निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल के लिए होता है। चूंकि मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र रैना एक नामांकित अध्यक्ष हैं, इसलिए उनके स्थान पर नये नेता का प्रधान बनना लगभग तय माना जा रहा है।