सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के दायरे में जंगली जानवरों के आने की आशंकाओं के मद्देनजर देश के सभी राष्ट्रीय उद्यान, अभयारण्य और बाघ संरक्षित क्षेत्रों में कोरोना के संक्रमण को पहुंचने से रोकने के लिये ऐहतियाती कदम उठाने का परामर्श जारी किया है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने सोमवार को इस आशय की मीडिया रिपोर्टों पर संज्ञान लेते हुये ये दिशानिर्देश जारी किये हैं।

उल्लेखनीय है कि इन रिपोर्ट में अमेरिका के एक चिड़ियाघर में एक बाघ में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुयी है। इसमें मंत्रालय ने कहा कि देश में कोरोना वायरस के संक्रमण और एक बाघ के संक्रमित होने की मीडिया रिपोर्टों के आधार पर यह महसूस किया गया है कि राष्ट्रीय उद्यान, अभयारण्य और बाघ संरक्षित क्षेत्रों में भी यह वायरस, मनुष्यों से जानवरों में भी फैल सकता है। इसके मद्देनजर मंत्रालय ने राज्य सरकारों को इसका संक्रमण रोकने के सभी जरूरी एहतियाती उपाय करने का परामर्श दिया है। इसके लिये वन्य जीवन में मनुष्यों के दखल को न्यूनतम करने और राष्ट्रीय उद्यान, अभयारण्य एवं बाघ संरक्षित क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने को कहा गया है।

इसके अलावा इन क्षेत्रों में हालात पर निगरानी रखने और किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिये सभी जरूरी उपाय सुनिश्चित करने के लिये त्वरित कार्यबल गठित करने का परामर्श दिया है। मंत्रालय ने राष्ट्रीय उद्यान प्रशासन से जानवरों के बीमार होने पर आपात चिकित्सा इंतजाम करते हुये कर्मचारियों के लिये स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित ने को भी कहा है।

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