जी-7 समूह देशों के शीर्ष वित्तीय अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि वे कोरोना वायरस महामारी के आर्थिक विकास पर पड़ने वाले विपरीत प्रभाव को रोकने के लिए ‘‘सभी उचित नीतिगत उपाय’’ करने को तैयार हैं। जी-7 का यह बयान पिछले हफ्ते दुनिया भर के शेयर बाजार में आई भारी गिरावट के बाद आया है। जी-7 सदस्य देशों के वित्तमंत्रियों और केंद्रीय बैंक के बैंकरों की बैठक के बाद समूह ने कहा, ‘‘जी-7 के वित्तमंत्री वायरस के प्रभाव को रोकने और मौजूदा परिस्थितियों में अर्थव्यवस्था की मदद करने के लिए जरूरत पड़ने पर वित्तीय उपाय सहित अन्य कदम उठाने को तैयार हैं।’’
समूह ने कहा, ‘‘जी-7 के केंद्रीय बैंक अपने वादे को पूरा करना जारी रखेंगे और वित्तीय प्रणाली में लचीला रुख अपना कर मूल्य स्थिरता और आर्थिक वृद्धि में मदद करेंगे।’’ दुनिया की सबसे विकसित अर्थव्यवस्थाओं- ब्रिटेन, कनाडा, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, इटली और जापान- के अधिकारियों ने हालांकि किसी विशेष राहत की घोषणा नहीं की। समूह ने कहा, ‘‘जी-7 के वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक के गवर्नर समयबद्ध और प्रभावी उपायों के लिए सहयोग करने को तैयार हैं।’’ उल्लेखनीय है कि चीन में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने और शहरों तथा कारखानों में बंदी के बाद दुनिया भर की कंपनियों को इसके प्रभाव से बचाने के लिए सरकारों द्वारा कदम उठाए गए हैं।कोरोना वायरस का खतरा बढ़ने की आशंका के मद्देनजर पिछले हफ्ते शेयर बाजार में भारी गिरावट आई थी। हालांकि, इस हफ्ते इसमें सुधार देखा गया क्योंकि बाजार उम्मीद कर रहा है कि अधिकारी ब्याज दरों में कटौती और आपात वित्त प्रदान करने जैसे कदम उठाएंगे।