जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद की फिजिक्स सोसाइटी ‘प्रज्ञान’ द्वारा थिन फिल्म डिपोजिशन तकनीक पर आधारित चार दिवसीय हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग कार्यशाला आज उद्घाटन किया गया। कार्यशाला का आयोजन टेक्निकल एप्लीकेशन सर्विस, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में टेक्निकल एप्लीकेशन सर्विस, नई दिल्ली के निदेशक डॉ. आर.के. गर्ग मुख्य अतिथि रहे।

कार्यशाला में उनस्थित मुख्य अतिथि
सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने की। कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग तथा फिजिक्स विभाग की अध्यक्षा डॉ. अनुराधा शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थीं। कार्यशाला की शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं गणमान्य लोगों द्वारा दीप प्रज्जवलन से किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए, कुलपति प्रो दिनेश कुमार ने कहा कि थिन फिल्म्स का आधुनिक प्रौद्योगिकी में महत्व काफी बढ़ गया है। यह विभिन्न क्षेत्रों जैसे ऑप्टिकल उपकरणों, पर्यावरणीय उन्नत अनुप्रयोगों, दूरसंचार उपकरणों और ऊर्जा उपकरणों में प्रमुखता से प्रयोग की जा रही है। थिन फिल्म्स तकनीक के बढ़ते उपयोग के कारण विद्यार्थियों तथा शोधार्थियों के लिए अध्ययन की दृष्टि से इसकी अहमियत बढ़ गई है।

तकनीक को सीखने की आवश्यकता पर बल दिया…
कुलपति ने प्रतिभागियों को कार्यशाला में भाग लेने तथा नई तकनीक को सीखने की आवश्यकता पर बल दिया। इससे पहले, विभागाध्यक्ष डॉ. अनुराधा शर्मा ने सभी विशिष्ट अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा कार्यशाला के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी। उसने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को थिन फिल्म्स की कार्यप्रणाली के प्रयोगात्मक कौशल और निर्माण पर शिक्षित करना तथा उन्हें इसकी भौतिक एवं रासायनिक चित्रण तकनीकों की मौलिक अवधारणा से अवगत करवाना है। कार्यशाला के दौरान, थिन फिल्म तकनीक से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी तथा प्रतिभागियों को हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग भी प्रदान की जायेगी।

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