दिल्ली में 24 फरवरी को हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने कहा, हमने सभी विभागों के अधिकारियों के साथ रिव्यू बैठक की है। हमारा पहला लक्ष्य लोगों की जिंदगी सामान्य हो, हिंसा की अब कोई खबर नहीं आ रही, आपस में सभी समुदायों के बीच भाईचारा कायम हो यही हमारा लक्ष्य है। गौरतलब है कि दिल्ली हिंसा में अब तक करीब 43 लोगों की मौत की खबर है और लगभग 200 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। केजरीवाल सरकार ने घायलों और मृतकों के परिजनों के लिए पहले ही मुआवजे का ऐलान कर दिया है।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए हिंसा को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। एक तरफ जहां कांग्रेस केंद्र सरकार को इसका जिम्मेदार मानती है तो दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी दिल्ली सरकार को निशान पर ले रही है। इन सब में दंगा पीड़ित कहीं खो से गए हैं। हालांकि शनिवार को सीएम केजरीवाल ने दंगा प्रभावित इलाकों के एसडीएम को वहां का दौरा करने को कहा है और नुकसान का जायजा लेने का निर्देश दिया है। सीएम केजरीवाल ने कहा, हिंसा से प्रभावित क्षेत्र हैं उनमें हमने एसडीएम को पहचान करने के लिए कहा गया है कि कितने दुकानें जली, कितने घर जले। कल तक आपको इसकी जानकारी दे दी जाएगी।
दिल्ली के उत्तर पूर्वी जिले में हुई हिंसा के कारण प्रशासन ने सात मार्च तक सभी स्कूल बंद रहेंगे। इसके साथ ही शिक्षा विभाग के अधिकारी ने बताया कि, हिंसाग्रस्त इलाके में अभी हालात इतने सामान्य नहीं हुए हैं कि, वहां पर परीक्षाएं करायी जा सकें। आपको बता दें कि उत्तर पूर्वी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली में मंगलवार से स्कूल बंद हैं। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने क्षेत्र में 29 फरवरी तक बोर्ड परीक्षा टाल दी थी। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने इस इलाके में तनाव को देखते हुए ये फैसला किया था।