राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्रों ने सोमवार को अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है। छात्रों की मांग थी कि उनकी बढ़ाई गई हॉस्टल फीस और अन्य तरह के भत्तों को फ़ौरन हटाया जाए। संसद तक मार्च निकालने के लिए सड़कों पर उतरे विद्यार्थियों का सामना सीधे पुलिस से हुआ है। कई बैरिकेडिंग पार कर छात्रों ने संसद तक पहुंचने का प्रयास किया, किन्तु पुलिस और सीआरपीएफ ने उन्हें रोक लिया है।

दिल्ली पुलिस लाठीचार्ज पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं..
इस दौरान पुलिस ने छात्रों पर जमकर लाठियां भांजी। कई छात्रों को घसीटा गया और पीटा गया है, किन्तु इस पर दिल्ली पुलिस अब कुछ बोलने को तैयार नहीं है। दिल्ली पुलिस ने तो ये भी दावा किया है कि इस दौरान उनके 30 जवान जख्मी हुए हैं, जबकि केवल 15 छात्रों को चोटें आई हैं। दिल्ली पुलिस की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, जेएनयू छात्रों ने धारा 144 लागू होने के बाद भी संसद की ओर बढ़ने का प्रयास किया है। किन्तु कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उन्हें रोकना पड़ा। इस दौरान कई बार पुलिस और छात्रों के बीच झड़प भी हुई है।

किसी भी छात्र पर नहीं हुआ लाठी चार्ज
दिल्ली पुलिस यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों के इस विशाल मार्च को रोकने के बाद अपनी पीठ थपथपा रही है। पुलिस की ओर से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, किसी भी छात्र पर लाठी चार्ज नहीं किया गया। पुलिस ने ये भी दावा किया है कि उसने बड़ी आसानी से पूरे मार्च को ठंडा करा दिया और इस दौरान वॉटर कैनन और टियर गैस का भी प्रयोग नहीं करना पड़ा है।

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