मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नगर निकाय चुनाव की तैयारी को पूरा करने के लिए गंभीर नजर आ रही है। इसलिए ममता ने इस मामले को लेकर पार्टी नेताओं के साथ शुक्रवार को तृणमूल भवन में बैठक की है। इस दौरान उन्होंने आगामी चुनाव की रणनीति पर नेताओं के साथ विस्तार से चर्चा करने के साथ ही उन्हें स्थानीय स्तर पर सक्रिय होकर काम में जुटने का निर्देश दिया है। उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि चुनाव में टिकट पाने को कार्यकर्ताओं को जमीनी स्तर पर।
इस मामले को लेकर उन्होने कहा कि सक्रिय हो काम करना होगा, तभी आगे पार्टी उन्हें टिकट देने पर विचार करेगी। इस बैठक में जिला अध्यक्षों के साथ ही पर्यवेक्षक भी मौजूद थे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में ममता ने जिला अध्यक्षों व पर्यवेक्षकों को निर्देश दिया कि टिकट को लेकर आपस में किसी प्रकार की गुटबाजी या झड़प नहीं होनी चाहिए।
इसके अलावा आगे उन्होने आगे कहा कि विरोधी दल खासकर भाजपा विवाद पैदा करने की कोशिश जरूर करेगी, लेकिन उसपर ध्यान देने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा- ‘हम सभी पार्टी के कार्यकर्ता हैं और सभी पार्टी से प्यार करते हैं इसलिए सभी को पार्टी के फैसले को मानना होगा। बैठक में चुनावी रणनीति को निर्धारित करने को अगले राजनीतिक कार्यक्रमों पर भी विस्तार से चर्चा हुई। वहीं बैठक के बाद मीडिया कर्मियों से मुखातिब हुए तृणमूल के महासचिव व राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने बताया कि आगामी पांच फरवरी को नागरिकता संशोधन कानून व राष्ट्रीय नागरिक पंजी के विरोध को पार्टी की ओर से ब्लॉक स्तर पर मानव श्रृंखला बनाकर इस कानून का विरोध किया जाएगा तो छह फरवरी को हाथों में सीएएएनआरसी विरोधी तख्तियां लिए पार्टी कार्यकर्ता मौन जुलूस निकालेंगे।