झाविमो से निष्कासित विधायक प्रदीप यादव ने बाबूलाल मरांडी को लेकर बयानबाजी तेज कर दी है जबकि झाविमों का भाजपा में विलय हो चुका है लेकिन प्रदीप यादव ने अपने बयान में उन्होंने निष्कासन को ओछी हरकत बताते हुए कहा कि वे ऐसा कर बच नहीं पाएंगे। वे आमलोगों को बाबूलाल मरांडी की असलियत बताएंगे। यह भी बताएंगे कि कैसे वे भाजपा के खिलाफ बोल रहे थे और अब वहीं जाने को उतावले हैैं। प्रदीप यादव ने कहा कि बाबूलाल मरांडी की हरकतें गली-मोहल्ला टाइप नेताओं जैसी हैं। वे कहते थे कि कुतुबमीनार से कूद जाऊंगा, लेकिन भाजपा में नहीं जाऊंगा। वे अब उस कुतुबमीनार को ढूंढ रहे हैैं, जिससे बाबूलाल मरांडी कूदने की बात करते थे। उनकी कथनी और करनी में भारी अंतर है। उन्हें जनता को जवाब देना होगा।
प्रदीप यादव पर बदसलूकी का आरोप
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार झाविमो युवा मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने प्रदीप यादव पर बदसलूकी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि निष्कासन संबंधी पत्र पहुंचाने की जिम्मेदारी संगठन द्वारा उन्हें दी गई थी। वे जब प्रदीप यादव के आवास पर पहुंचे तो वे आगबबूला हो गए और बाबूलाल मरांडी के खूब भला-बुरा कहा। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि उनके व्यवहार से वे आहत हैैं। अगर वे तुरंत वहां से नहीं हटते तो अनहोनी हो सकती थी। प्रदीप यादव ने बाबूलाल मरांडी जैसे विनम्र नेता के साथ लंबा समय गुजारा है, लेकिन वे उनके आचरण को अपने जीवन में समाहित नहीं कर पाए हैैं।
विलय की राह में रोड़े
भाजपा में झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के विलय की राह में रोड़े अटका रहे विधायक प्रदीप यादव गुरुवार को पार्टी से निष्कासित कर दिए गए। झाविमो के प्रधान महासचिव अभय सिंह ने इसकी घोषणा की है। उन्होंने बताया कि प्रदीप यादव पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त थे। उनसे इस बाबत स्पष्टीकरण पूछा गया था। तय समय सीमा 48 घंटे के भीतर उन्होंने स्पष्टीकरण का जवाब नहीं दिया, लिहाजा केंद्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में उन्हें संगठन से निष्कासित कर दिया गया है।