कुमार गौरव : गर्मी के इस मौसम में प्लास्टिक के डिस्पोजेबल व धूप में गर्म बोतलबंद पानी के इस्तेमाल से आप बीमार पड़ सकते हैं। बाजार में बोतलबंद पानी अमूमन सभी दुकानों में बिकना शुरू हो गया है और बोतलबंद पानी या आरओ के पानी से आप बीमार हो सकते हैं। गर्मी की दस्तक पड़ते ही शहर में बोतल बंद पानी व रंग बिरंगे और खूबसूरत डिजाइन की प्लास्टिक बोतलें पट चुकी हैं। अब चाय, पान और नाश्ता के दुकानदार भी बोतलबंद पानी धड़ल्ले से बेच रहे हैं। बाजार में बोतलबंद एक लीटर पानी 20 रुपए से लेकर 30 रुपए तक मिलता है। चाय की दुकानों पर प्लास्टिक के डिस्पोजेबल में चाय और बोतलबंद पानी की बोतलें धूप में ज्यादा देर गर्म होने पर प्लास्टिक में मौजूद नुकसानदेह केमिकल डाइऑक्सिन का रिसाव होना शुरू हो जाता है और यह हमारे शरीर में मौजूद कोशिकाओं पर बुरा असर डालता है। ऐसे बोतलबंद पानी के इस्तेमाल से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। साथ ही महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का भी खतरा बढ़ जाता है।
रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड में छोटे दुकानदार खुली धूप में रखते हैं बोतलबंद पानी
आमतौर पर रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड की दुकानों पर खुली धूप में ही बोतलबंद पानी सजाकर रखते हैं और जरूरत पड़ने पर ही बर्फ के डिब्बे या फिर फ्रिज में बोतल को रखते हैं। धूप में रखी गई बोतलें स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद खतरनाक हो जाती हैं। यही नहीं चाय की दुकान में भी मिट्टी की कुल्हड़ के बजाए प्लास्टिक के डिस्पोजल में चाय दी जाती है। जो स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद खतरनाक साबित होता है और पर्यावरण को भी प्रदूषित करता है।
92 से 99 फीसदी तक कैल्शियम व मैग्नीशियम नष्ट हो जाते हैं..
फिल्टर किया हुआ या आरओ (रिवर्स ऑस्मोसिस) प्रक्रिया पानी से बैक्टीरिया खत्म करने के साथ साथ मानवीय शरीर के जरूरी तत्व कैल्शियम एवं मैग्नीशियम को 92 से 99 फीसदी तक नष्ट कर देती है। जिस कारण हड्डियां कमजोर पड़ने लगती हैं क्योंकि कैल्शियम हड्डियों को मजबूती देने में अहम भूमिका अदा करता है। बोतलबंद पानी व आरओ शरीर के लिए जरूरी मिनरल भी नष्ट कर देता है। शरीर को आवश्यक मिनरल नहीं मिलने से गंभीर बीमारियां शरीर में घर कर जाती हैं। बोतलबंद पानी और आरओ पानी के लगातार सेवन से गंभीर बीमार की चपेट में आ सकते हैं। इसलिए जाने अनजाने में बोतलबंद पानी को अपना स्टेटस सिंबल न बनाए और न ही बच्चे को बोतल बंद पानी स्कूल जाते वक्त देना चाहिए और न ही प्लास्टिक के टिफिन बॉक्स में गर्म खाना ही देना चाहिए।
कई देशों में लगाया गया है प्रतिबंध
एक सर्वे रिपोर्ट की माने तो धूप में अधिक देर तक गर्म होने पर प्लास्टिक में मौजूद डाइऑक्सिन पानी में घुल जाता है। वहीं आरओ प्रक्रिया से कैल्शियम एवं मैग्नीशियम 92 से 99 फीसदी एवं शरीर के लिए जरूरी मिनरल नष्ट हो जाता है। वहीं डॉ. अमरेंद्र कुमार झा कहते हैं कि धूप में गर्म बोतलबंद पानी व प्लास्टिक के डिस्पोजेबल में चाय पीने से से कैंसर समेत अन्य खतरनाक बीमारियों के होने की संभावना बढ़ जाती है। एशिया और यूरोप के कई देशों में प्लास्टिक के डिस्पोजेबल व आरओ पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया है।