भाजपा की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने आज कहा कि प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों पर होने वाले चुनाव में एक सीट पर पार्टी की विजय सुनिश्चित है और दूसरी सीट भी जीतने का प्रयास किया जाएगा।
शर्मा ने यहां प्रदेश भाजपा कार्यालय में चुनाव समिति की बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा में यह बात कही। राज्यसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों पर मंथन करने के लिए यह बैठक आयोजित की गयी। शर्मा ने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा कि विधानसभा में संख्या बल के आधार पर एक सीट पर तो हमारी जीत सुनिश्चित है।
इसके अलावा हम दूसरी सीट भी जीतने का प्रयास करेंगे। इस संबंध में केंद्रीय नेतृत्व भी तय करेगा। शर्मा ने अन्य सवालों के जवाब में आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में लोकतंत्र नहीं बचा है। भाजपा विधायकों को पुलिसिया और अन्य कार्रवाईयों के चलते दबाने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस कार्रवाई गुंडागर्दी का प्रतीक है।
लेकिन कमलनाथ सरकार को यह जान लेना चाहिए कि हम लोग संघर्ष करके आगे बढ़े हैं और जितना डराने का प्रयास हमें किया जाएगा, हम उतने ही मजबूत होंगे। शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि कमलनाथ सरकार राज्य के लोगों को लगातार गुमराह करने का कार्य कर रही है। मध्यप्रदेश से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव होना है। इसके लिए अधिसूचना छह मार्च को जारी होने के साथ ही नामांकनपत्र दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। नामांकनपत्र दाखिले की अंतिम तिथि 13 मार्च है।
जरुरत पड़ने पर मतदान 26 मार्च को होगा और उसी दिन मतों की गिनती होगी। हालाकि आज तक एक भी नामांकनपत्र दाखिल नहीं हुआ है। दो सौ तीस सदस्यीय विधानसभा में आगर और जौरा सीट रिक्त हैं। शेष 228 विधायकों में से कांग्रेस के 114, भाजपा के 107, बसपा के दो, सपा का एक और चार निर्दलीय हैं। इस संख्या के हिसाब से दोनों दलों की एक एक सीट पर विजय सुनिश्चित मानी जा रही है, लेकिन मौजूदा राजनीतिक हालातों के बीच तीसरी सीट पर रोचक चुनाव होने की संभावना है।