शनिवार देर रात दिल्ली में मतदान के बाद दिल्ली भाजपा प्रदेश कार्यालय में मंथन जारी रहा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, चुनाव प्रभारी प्रकाश जावडे़कर समेत दिल्ली के सभी सांसदों व अन्य नेताओं के साथ मतदान की समीक्षा की। उन्होंने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में मतदान की स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की। दिल्ली में 21 जनवरी को नामांकन के बाद से 6 फरवरी तक अमित शाह ने 42 नुक्कड़ सभाएं करके भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने की हरसंभव कोशिश की है। अंतिम समय तक भाजपा नेता मैदान में डटे रहे।

नेताओं से ली मतदान की जानकारी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली चुनाव में लगे नेताओं से वह मतदान की जानकारी भी हासिल करते रहे और रात में प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंच गए। प्रत्येक सांसद से उन्होंने उसके संसदीय क्षेत्र में आने वाले विधानसभा क्षेत्रों में मतदान व भाजपा की संभावनाओं के बारे में जानकारी हासिल की। एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी (आप) की सत्ता में वापसी की संभावनाओं पर भी चर्चा की।

ईवीएम की निगरानी की हिदायत
उन्होंने नेताओं को इस तरह की संभावनाओं पर ध्यान देने से मतगणना की तैयारी करने और तब तक ईवीएम की निगरानी की हिदायत दी। उन्होंने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से अनुभवी कार्यकर्ताओं को मतगणना एजेंट बनाने की हिदायत दी। उधर, आम आदमी पार्टी के भी तमाम बड़े नेताओं की बैठक जारी थी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आप सांसद संजय सिंह समेत कई नेता बैठक में मौजूद थे। इस दौरान सभी स्ट्रांग रूम पर आप प्रतिनिधियों की तैनाती पर भी फैसला लिया गया। ईवीएम से छेड़छाड़ न हो, इसके लिए आप ने सभी स्ट्रांग रूम में अपने कार्यकर्ताओं को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।

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