भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की धरती के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है। यहां रक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित 11वां डिफेंस इंडिया एक्सपो-2020 भारत में रक्षा क्षेत्र में निवेश का बड़ा ‘गेट-वे’ बना है। 40 देशों के रक्षामंत्री और सैकड़ों देशी-विदेशी उद्यमी व रक्षा विशेषज्ञों की भागीदारी वाले इस आयोजन में कुल 200 निवेश समझौते हुए हैं। खुद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दावा किया कि डिफेंस एक्सपो में पहली बार इतने समझौते हुए हैं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में लखनऊ स्थित वृंदावन योजना में आयोजित पांच दिवसीय डिफेंस एक्सपो के तीसरे दिन शुक्रवार को ‘बंधन’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में दुनिया-देश की तमाम बड़ी कंपनियों और रक्षा प्रतिष्ठानों के बीच समझौतों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए है। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) ने कंपनियों को टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की। इसके साथ ही रक्षा प्रतिष्ठान और रक्षा उत्पाद कंपनियों ने उत्पादों की लांचिंग की।

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इसके अलावा कई अलग-अलग हॉल में बी-टू-बी एमओयू भी हुए। बंधन कार्यक्रम में कुल 200 एमओयू हुए, जिसमें 71 एमओयू भारत सरकार और उसके उपक्रमों के साथ किए गए। 71 में से 23 समझौते उप्र सरकार के विभाग उप्र औद्योगिक एक्सप्रेसवे प्राधिकरण (यूपीडा) के साथ हुए। यूपीडा से करार करने वाली कंपनियां यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में निवेश करेंगी। इसी तरह आयुध निर्माणी बोर्ड द्वारा विकसित शारंग तोप सहित 13 प्रोडक्ट लांच किए गए, छह घोषणाएं की गईं और 18 कंपनियों को डीआरडीओ ने टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की प्रक्रिया पूरी की। भारत में इतने बड़े निवेश के साथ रक्षा उत्पादन में तेजी के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया अभियान को भी गति मिलेगी।

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