सरकार ने बुधवार को गुजरात की अंतरिक्ष एजेंसी भास्कराचार्य अंतरिक्ष अनुप्रयोग और भूसूचना संस्थान (बीआईएसएजी) को राष्ट्रीय स्तर का दर्जा दिये जाने को मंजूरी दे दी। संस्थान की गतिविधियां और अनुसंधान बढ़ाने के लिये इसे राष्ट्रीय संस्थान का दर्जा देते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत लाया गया है।
एक अधिकारिक बयान के अनुसार, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में बीआईएसएजी, गुजरात का दर्जा बढ़ाकर राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग और भूसूचना संस्थान (बीआईएसएजी-एन) किये जाने को मंजूरी दे दी। यह संस्थान अब राष्ट्रीय स्तर का होगा और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत आएगा।’’
वर्तमान में बीआईएसएजी गुजरात सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की एक राज्य एजेन्सी है। यह गुजरात के गाँधीनगर में स्थित है। इसके प्रशासनिक निकाय के अध्यक्ष गुजरात सरकार के मुख्य सचिव हैं।इस संस्थान ने अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग (विशेषकर अंतरिक्ष आधारित सुदूर संवेदन तकनीक), उपग्रह संचार और भू-सूचना ने समाजिक-आर्थिक विकास की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसकी कार्य कुशलता बनाये रखने और सेवाओं में नवप्रवर्तन, नई गतिविधियों को शामिल करने तथा अनुसंधान एवं विकास कोई नई गति के इरादे से यह कदम उठाया गया है। यह एक नया संगठन नहीं है, बल्कि मौजूदा निकाय का ही उन्नयन किया गया है। इसके तहत यह अब राज्य सरकार के बजाय भारत सरकार के अंतर्गत एक स्वायत्त वैज्ञानिक संस्थान होगा।