मंथन बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कई विषयों पर लंबी चर्चा की थी। जिसके बाद अब तय किए विषयों पर प्रतिनिधि सभा मुहर लगाने वाली है जो मार्च में बैंगलुरू में होगी। उस बैठक में राम मंदिर निर्माण, नागरिकता संशोधन कानून (CAA), सामाजिक समरसता, पर्यावरण सहित अन्य मुद्दों पर व्यापक स्तर पर चर्चा होगी।
पदाधिकारी का संबध अलग अलग राज्यों से
डेढ़ हजार से ज्यादा पदाधिकारी इस अहम सभा की उपयोगिता को बढ़ाने के लिए उपलब्ध रहने वाले है। इन पदाधिकारी का संबध अलग अलग राज्यों से है। मंथन बैठक में सीएए को लेकर जनजागरण करने की योजना तैयार की गई और उस पर तत्काल अमल करने को कहा गया है। इसे देखते हुए मालवा प्रांत में तीन स्थानों पर सीएए के समर्थन में तिरंगा मार्च भी निकाले गए। राम मंदिर निर्माण से जुड़ी तैयारियों को लेकर भी संघ के प्रमुख पदाधिकारी आनुषषंगिक संगठनों के प्रतिनिधियों से चर्चा करेंगे।
तीन दिन चली मंथन बैठक
बुधवार को तीन दिन चली मंथन बैठक के बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत और भय्याजी जोशी व अन्य सह सरकार्यवाह ने एक बार फिर चर्चा की। उधर, बैठक में शामिल होने आए ज्यादातर पदाधिकारी बुधवार को ही लौट गए, लेकिन संघ प्रमुख गुरवार को रवाना होंगे।सोशल इंजीनियरिंग पर महत्व संघ की बैठक में तय हुआ कि देश में हाल ही में जो भी निर्णय हुए हैं, उन्हें लेकर नकारात्मक माहौल न बने। ऐसा होने पर संघ सोशल इंजीनियरिंग के जरिए निर्णयों पर जनसमर्थन जुटाए। सामाजिक समरसता को लेकर भी संघ और सहयोगी संगठन विभिन्न आयोजन करेंगे।