ऐतिहासिक दांडी मार्च की 90 वीं वर्षगांठ पर महात्मा गांधी के प्रपोत्र तुषार गांधी ने बृहस्पतिवार को यहां साबरमती आश्रम से नवसारी जिले के दांडी के लिए पदयात्रा शुरू की। उन्हें 26 दिनों में 386 किलोमीटर लंबी यात्रा पूरी कर लेने की उम्मीद है। राष्ट्रपिता और उनके समर्थकों ने 1930 में नमक सत्याग्रह के दौरान इन दोनों स्थानों के बीच इतने ही दिनों में यात्रा पूरी की थी।

तुषार गांधी ने कहा, ‘चूंकि यह ऐतिहासिक दांडी कूच है तो मैंने सोचा कि हमें इसे दोहराना चाहिए। मैंने 75 वीं वर्षगांठ पर भी ऐसा किया था।’’ उन्होंने कहा कि यह मार्च संविधान के साथ एकजुटता और देश में सद्भाव, एकता और शांति के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘हम उसी कार्यक्रम के अनुसार इस मार्च को दोहरायेंगे जिसका महात्मा गांधी ने 1930 में पालन किया था। मार्च का समापन छह अप्रैल को दांडी के राष्ट्रीय स्मारक पर होगा।’’ कांग्रेस सेवा दल के नेता लालजी राजबरी ने कहा, ‘‘मार्च के पहले दिन कुछ कार्यकर्ता भी एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए तुषार गांधी के साथ चलेंगे।’’ गुजरात कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को दांडी के लिए ऐसा ही मार्च निकालने की योजना बनायी थी। लेकिन उसने कोरोना वायरस के मद्देनजर उसे स्थगित कर दिया।

Previous articleराज्यसभा चुनावः राजद के दो उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किये, कांग्रेस की अनदेखी
Next articleअगर खेल विश्वविद्यालय को पुणे ले जाया गया तो प्रदर्शन करेंगे: भाजपा विधायक

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here