राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि मानवता की दिशा बदलने के लिए बड़ी तादाद में युवाओं को साथ लाने और श्रेष्ठ विश्व के निर्माण में उन्हें शामिल करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा आध्यात्मिकता विश्व के लिए भारत का सबसे बहुमूल्य तोहफा है। राष्ट्रपति तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले में रामचंद्र मिशन के नए ग्लोबल हेडक्वार्टर कान्हा शांतिवनम का उद्घाटन करने के लिए गए थे।
इसके बाद अपने संबोधन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि चिंताओं, अनिश्चितताओं, असुरक्षा और वैमनस्य से भरी दुनिया में रामचंद्र मिशन जैसे संगठनों की जिम्मेदारियां कई गुना बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि यह एकमात्र ऐसा संगठन है जो मरहम का आश्वस्त स्पर्श दे सकता है। उन्होंने कहा आध्यात्मिकता विश्व के लिए भारत का सबसे बहुमूल्य तोहफा है। वेदांत, तीर्थंकर महावीर और गौतम बुद्ध के उपदेशों से लेकर नानक और कबीर तक के संदेश अनंत आध्यात्मिक ज्ञान का अथाह भण्डार है।
उन्होंने कहा कि इसी ज्ञान को स्वामी विवेकानंद, महात्मा गांधी और भारत की आध्यात्मिक शक्ति के कई अन्य महापुरूषों ने आधुनिक दुनिया तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा है कि आज गांधी को सत्य, करूणा और अहिंसा के उनके संदेश को लेकर पूरी दुनिया में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है और वे हकीकत में आध्यात्मिक सत्य को ढूंढने वाले व्यक्ति थे।